Jharkhand News: संजीव लाल व जहांगीर आलम की कोर्ट ने बढ़ाई रिमांड अवधि, ED ने दोनों पर सूचना छुपाने का किया दावा
शनिवार को पीएमएलए की विशेष अदालत में टेंडर कमीशन घोटाले में गिरफ्तार मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम को पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट में दोनों पर जानबूझकर सूचना छुपाने का तर्क देते हुए रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की और कोर्ट ने ईडी की इस मांग पर रिमांड की अवधि को बढ़ा दिया।
राज्य ब्यूरो, रांची। Tender Commission Scam टेंडर कमीशन घोटाले में गिरफ्तार मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम से 11 दिनों की पूछताछ के बाद ईडी ने शनिवार को पीएमएलए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया।
ईडी ने कोर्ट को बताया कि दोनों जानबूझकर सूचना छुपा रहे हैं, पूछताछ पूरी नहीं हो पाई है इसलिए रिमांड अवधि बढ़ाया जाय। ईडी ने कोर्ट से दोनों के लिए तीन दिनों की रिमांड बढ़ाने का आग्रह किया।
इस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने ईडी के तर्क को जायजा माना और दोनों की रिमांड अवधि और तीन दिनों के लिए बढ़ा दी है। अब दोनों से 21 मई तक ईडी रिमांड पर पूछताछ करेगी।
ईडी ने कोर्ट में ये बताया
ईडी ने कोर्ट को बताया है कि दोनों की रिमांड के दौरान ही केस में नया मोड़ सामने आया, जब ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी हुई है।ईडी ने कोर्ट को बताया कि आलमीर आलम रिमांड पर हैं। पूछताछ में नए तथ्य सामने आए हैं, कुछ डिजिटल उपकरण भी बरामद हुए हैं, जिसका सत्यापन जारी है।
बरामद नकदी आलमगीर आलम से संबधित बताई
जहांगीर के फ्लैट से बरामद 32 करोड़ 20 लाख रुपये नकदी के बारे में जो जानकारी सामने आई है कि ये रुपये मंत्री आलमगीर आलम से संबंधित थे।आलमगीर आलम के ये रुपये संजीव लाल के कहने पर जहांगीर आलम ने वसूले थे। इसके लिए संजीव लाल, जहांगीर को आलमगीर आलम के सामने बैठाकर पूछताछ की आवश्यकता है।
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