Jharkhand Crime: रांची होटवार जेल में अपराधियों का राज... एक दिन में मिले 150 मोबाइल... मौज-मस्ती काट रहे पदाधिकारी
Jharkhand News झारखंड के सबसे बड़े जेल में अपराधी और पदाधिकारी मौज कर रहे हैं। रांची के खेलगांव थाने में एटीएस की जांच रिपोर्ट के आधार पर एक मार्च 2022 को दर्ज हुई थी प्राथमिकी। रिपोर्ट नहीं मिलने के चलते दोषी जेलकर्मियों-पदाधिकारियों पर नहीं हो सकी कार्रवाई।
By M EkhlaqueEdited By: Updated: Thu, 23 Jun 2022 04:43 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में एक ही दिन में 150 मोबाइल फोन चलने के मामले में अब तक जेल के दोषी कर्मियों-पदाधिकारियों को चिह्नित नहीं किया जा सका है। कारा निरीक्षाणलय को रांची पुलिस की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि, झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ते की रिपोर्ट राज्य सरकार व कारा निरीक्षणालय को गई थी, जिसमें जेल के भीतर भारी संख्या में मोबाइल चलने की पुष्टि हुई थी। रांची के खेलगांव थाने में भी एटीएस की एक जांच रिपोर्ट के आधार पर एक मार्च 2022 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
कारा महानिरीक्षक ने मांगी थी रिपोर्ट कारा महानिरीक्षक ने पुलिस से पत्राचार कर शीघ्र रिपोर्ट भेजने के लिए लिखा था। इसमें विशेष शाखा से भी रिपोर्ट मांगी गई थी और पूरा डिटेल्स देने के लिए कहा गया था कि किस अपराधी के पास कौन सा नंबर है। उसकी जानकारी मिलने पर जेल प्रशासन अपने अनुसार सभी मामलों का अनुसंधान कराएगा।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
धनबाद मंडल कारा से अपराधी अमन सिंह ने एक डाक्टर से रंगदारी मांगी थी, जिसके बाद डाक्टर ने धनबाद छोड़ने का मन बना लिया था। यह मामला जब सुर्खियों में आया तो पुलिस मुख्यालय के स्तर से झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को ऐसे गैंग के जेल नेटवर्क की तलाशी अभियान में लगाया गया। इसी बीच झारखंड एटीएस ने रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पर तकनीकी सेल के माध्यम से पता लगाया तो वहां जेल के भीतर एक दिन में करीब 150 मोबाइल चलते मिले। इसके बाद एटीएस ने मोबाइल नंबर के साथ पूरा ब्योरा पुलिस मुख्यालय को दिया, जिसके बाद उसकी एक कापी कारा निरीक्षणालय व राज्य सरकार को सौंपी गई थी।
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