Jharkhand Village: एक ही परिवार में 7 लोगों की लकवा से मौत, पांच लोग अब भी लकवाग्रस्त, गांव में मर चुके हैं अबतक 15 ग्रामीण
Gumla Jharkhand झारखंड के गुमला जिले के डुमरी प्रखंड के रतासीली गांव में पिछले 12 वर्षों के दौरान 15 लोगों की लकवा से मौत हो चुकी है। इनमें एक परिवार तो ऐसा है जहां सात लोग इस बीमारी से मर चुके हैं। इस गांव में दहशत का माहौल है।
गुमला, जागरण संवाददाता। गुमला जिले के डुमरी प्रखंड की खेतली पंचायत अंतर्गत रतासीली ग्राम में विगत 12 वर्षों में कुल 15 लोगों की मौत लकवा से ग्रसित होने के बाद हो गई है। इनमें सात लोग तो एक ही परिवार के हैं। जिन सात लोगों की मौत हुई, उस परिवार के पांच लोग अब भी इस बीमारी से ग्रसित हैं। कई लोगों ने बीमारी का इलाज कराया है। कई लोग जड़ी बूटी से भी इलाज करा रहे हैं। लोगों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा भी नहीं मिल पा रही है। लोगों को डर है कि जिस परिवार में लकवा के कारण सात लोगों की जानें जा चुकी हैं, कहीं उनके साथ भी कोई अनहोनी न हो जाए। लोग चिंता के साये में जी रहे हैं। अंधविश्वास में आकर गांव में किसी तरह की अप्रिय घटना न हो जाए, इसे लेकर भी लोग भयभीत हैं। गुमला में आए दिन बीमार और बीमारी से मौत होने पर अंधविश्वास में हत्या की घटनाएं घटती रही हैं। ऐसे में गांव में स्वास्थ्य कैंप और जागरुकता कैंप दोनों की जरूरत है।
लगभग एक हजार लोग रहते हैं गांव में
गांव की कुल आबादी लगभग 1000 है। यहां कंवर परिवार की कुल आबादी लगभग 150 है। बीते बुधवार को इसी परिवार की एक सदस्य ललिता देवी उम्र 35 वर्ष की भी लकवे के कारण मौत हो गई। वह रोटी बनाने के लिए सिलवट पर चावल पीस रही थीं, तभी अचानक बेहोश हो गईं। परिजन इलाज हेतु रांची ले जा रहे थे, तभी रास्ते में अधिक तबीयत बिगड़ने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर ले गए। जांच के बाद चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। मृतका के पति विजय कंवर भी लगभग एक दशक से इसी बीमारी से जूझ रहे हैं। परिजन के अनुसार शुरू में इनका इलाज कराया गया था। बहुत अधिक लाभ नहीं हुआ। अभी भी इनका एक तरफ का अंग काम नहीं करता है।
गांव के इन लोगों की हो चुकी है मौत
बुधवार को ललिता देवी की मौत के बाद ससुर भूलन कंवर काफी चिंतित हैं। वह खुद इस बीमारी से ग्रसित हैं। उन्होंने बताया कि विगत 12 वर्षों में उनके परिवार के सात व्यक्तियों ने लकवा के कारण दम तोड़ दिया। इनमें 18 वर्षीय बादल कंवर, 80 वर्षीय महादेव कंवर, 75 वर्षीय मुन्नी देवी, 45 वर्षीय लखराम कंवर, 67 वर्षीय लखसाय कंवर, 64 वर्षीय रौनिया देवी व 35 वर्षीय ललिता देवी, 40 वर्षीय विजय कंवर, 60 वर्षीय लुकईर देवी, 42 वर्षीय संजय कवंर शामिल हैं। पांच अन्य मृतकों में भुलन कंवर के खानदान की लवहईर देवी, मनसाय कुंवर, बोखी देवी, सबिंद्र साय और श्रीमती देवी शामिल हैं। इसके अलावा मरने वालों में गांव की ढ़ाबी देवी, बुधईन देवी और नेम कंवर शामिल हैं।
गांव के ये लोग अभी लकवा से ग्रसित
झारखंड के गुमला जिले के इस गांव में इस समय जो ग्रामीण लकवा जैसी बीमारी से ग्रसित हैं उनमें भूलन कंवर, पुत्र विजय कंवर, पत्नी लुकइर देवी, भतीजा संजय कंवर के अलावा टोकसी देवी, विलियम खलखो, धनमान मलार आदि शामिल हैं। यह पीड़ित काफी डरे हुए हैं। मदद की गुहार लगा रहे हैं।
मेडिकल टीम गांव जाकर करेगी स्थिति की जांच
गुमला के सिविल सर्जन डा. राजू कच्छप कहते हैं कि ऐसा मामला संज्ञान में आया है तो मेडिकल टीम भेजकर जांच की जाएगी। आखिर किन कारणों से ऐसा हो रहा है। जांचोपरांत ही कारणों का पता चलेगा। लोगों का खान पान रहन सहन आदि को देखा जाएगा। कहां का पानी पी रहे हैं किस तरह का खाना खा रहे हैं। हर पहलू पर जांच किया जाएगा।
अध्ययन करने के लिए टीम गठित की जाएगी
उधर, डुमरी प्रखंड के बीडीओ एकता वर्मा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। वाकई इस तरह का मामला चिंताजनक है। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम गठित की जाएगी। एमओआईसी को निर्देशित की जाएगी। पीड़ित परिवार के सदस्यों को हर संभव सरकारी सहायता मुहैया कराया जाएगा।
गांव के सभी लोग इस बीमारी से डरे हुए हैं
खेतली पंचायत के उप मुखिया जवाहर कंवर कहते हैं कि लकवा बीमारी से लोगों की जान जा रही है। यह अत्यंत ही चिंताजनक है। इससे परिजन के साथ ग्रामीण भी भयभीत हैं। इस तरह की घटना को देखते हुए यथाशीघ्र मेडिकल टीम से जांच कराने की आवश्यकता है। साथ ही पीड़ित परिवार की स्थिति का अवलोकन कर सरकार से आर्थिक मदद एवं सरकारी योजनाओं के लाभ की अपेक्षा है।