दिल्ली तक में जलवा था Dhiraj Sahu का, कांग्रेस के बड़े नेताओं के यहां सीधे एंट्री; कर्मी करते थे उनका आने का इंतजार
Dhiraj Sahu News झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के यहां से करोड़ों रुपयों की बरामदगी हुई है। बताया जाता है कि साहू का दिल्ली तक जलवा था। दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रभावशाली नेताओं तक उनकी सीधे एंट्री रही है। कांग्रेस मुख्यालय में वे बिना रोकटोक के तमाम प्रमुख नेताओं के पास जाते थे ।
By Pradeep singhEdited By: Aysha SheikhUpdated: Mon, 11 Dec 2023 06:41 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के यहां से भारी नकदी बरामद होने के बाद पार्टी भले ही उनसे पल्ला झाड़ रही हो, लेकिन पार्टी के फंड मैनेजर धीरज कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं के लिए एटीएम रहे हैं।
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रभावशाली नेताओं तक उनकी सीधे एंट्री रही है। पार्टी नेता बताते हैं कि दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में वे बिना रोकटोक के तमाम प्रमुख नेताओं के पास जाते थे। कार्यालय के कर्मी भी उनकी प्रतीक्षा करते रहते थे कि कब उनकी कृपादृष्टि पड़े।
वर्ष 2009 में धन के प्रभाव से ही पहली बार उन्हें राज्यसभा पहुंचने का मौका मिला। उन्हें राज्यसभा उपचुनाव में जीत हासिल करने में कामयाबी मिली। बताते चलें कि उस वक्त दक्षिण भारत के एक वरिष्ठ नेता झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी थे।
उनकी कृपादृष्टि के पीछे की भी कहानी है। कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू ने इन्हें आगे बढ़ाने में खुले मन से मदद की थी। बाद में भी यह सिलसिला बरकरार रहा। धीरज साहू ने इसके बाद 2010 और 2018 में भी राज्यसभा चुनाव में बाजी मारी।
धीरज साहू के करीबियों के मुताबिक कांग्रेस से इतर इन्होंने कई प्रमुख दलों में अपने शुभचिंतक बनाए हैं। अब विपरीत परिस्थितियों में उनका राजनीतिक करियर मुश्किल दौर में है। कांग्रेस आलाकमान ने उनसे पल्ला झाड़ते हुए स्पष्टीकरण पूछा है। उधर अभी तक धीरज प्रसाद साहू चुप्पी साधे हुए हैं।
बोले कांग्रेस के पूर्व सांसद, धीरज साहू से हिसाब मांगना अनुचित
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के पक्ष में गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने साहू परिवार के व्यवसायिक संस्थानो से करोड़ों रुपये मिलने पर पार्टी द्वारा हिसाब मांगने को अनुचित बताया है। उनका कहना है कि यह परिवार आरंभ से व्यवसाय में है।
पूर्व सांसद स्वर्गीय शिवप्रसाद साहू के समय से इनके यहां हजारों करोड़ों का लेनदेन हुआ करता था। इससे धीरज साहू को जोड़ना गलत है। परिवार के सभी सदस्य व्यवसाय करते हैं। भाजपा साजिश कर उन्हें फंसा रही है। ऐसा दिखाया जा रहा है जैसे धीरज साहू द्वारा कमाया गया पैसा अवैध है। राजनीतिक द्वेष से प्रेरित होकर उनकी छवि धूमिल की जा रही है। जब ये राज्यसभा सदस्य नही थे, तब भी इनका कारोबार चल रहा था।
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