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ट्रेन की हर सीटी देती है अलग-अलग संकेत

लोको पायलट द्वारा ट्रेन की ग्यारह प्रकार का हॉर्न बजाया जाता है। प्रत्येक हॉर्न का अगल-अलग संकेत होता है।

By Edited By: Updated: Fri, 15 Jun 2018 01:42 PM (IST)
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ट्रेन की हर सीटी देती है अलग-अलग संकेत

नरेंद्र कुमार मिश्रा, रांची। यातायात व परिवहन सेवा को मजबूत करने में भारतीय रेल का अहम स्थान रहा है। कोयला इंजन, वाष्प इंजन से इलेक्ट्रिक इंजन तक का सफर रेलवे ने तय किया। हम सभी अपने जीवन में कई बार रेल का सफर कर चुके होंगे। रेलवे का हॉर्न भी सुना होगा। अक्सर ट्रेन खुलने से पहले के हॉर्न तथा सिग्नल पर लाइन क्लियर न होने के कारण बजने वाली हॉर्न को लोग नोटिस करते हैं। लेकिन इसके अलावा भी अलग-अलग परिस्थिति में लोको पायलट द्वारा अलग-अलग हॉर्न बजाया जाता है। जो ट्रेन में मौजूद गार्ड, यात्री और ट्रैक के आसपास मौजूद लोगों को संकेत देता है। लेकिन इस ओर अक्सर लोगों का ध्यान ही नहीं जाता।

लोको पायलट द्वारा ट्रेन की ग्यारह प्रकार का हॉर्न बजाया जाता है। प्रत्येक हॉर्न का अगल-अलग संकेत होता है। जनहित को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड की ओर से शोध और अध्ययन के आधार पर कई नए हॉर्न कोड को भी प्रयोग में लाया गया है।

हार्न और उसकी आवश्यकता-
1. एक छोटा हॉर्न- ट्रेन का एक छोटा हॉर्न बजने का मतलब होता है कि ट्रेन अगली यात्रा पर रवाना होने से पहले धुलाई और साफ-सफाई के लिए यार्ड में जाने के लिए तैयार है।

2. दो छोटे हॉर्न- इसका मतलब होता है कि ट्रेन अब अगली यात्रा पर जाने के लिए तैयार हो चुकी है। इस हॉर्न के सहारे गार्ड से प्रस्थान करने के लिए सिग्नल मांगा जाता है। साथ ही, यात्रियों को भी सूचित किया जाता है कि आप ट्रेन में पहुंच जाएं।

3. तीन छोटे हॉर्न - सामान्यत: इस हॉर्न का प्रयोग इमरजेंसी की स्थिति में किया जाता है। हालांकि, यह हॉर्न बहुत कम सुनने को मिलता है। इस हॉर्न को मोटरमैन बजाता है। इसका अर्थ होता है कि लोको पायलट ट्रेन का इंजन से नियंत्रण खो चुका है। इस हॉर्न के सहारे गार्ड को संकेत दिया जाता है कि वह वैक्यूम ब्रेक के सहारे ट्रेन को रोक दें।

4. चार छोटे हॉर्न - अगर सफर के दौरान ट्रेन से चार छोटे हॉर्न की आवाज सुनाई दे तो समझ जाना चाहिए कि ट्रेन में कहीं न कहीं तकनीकी खराबी आई है। इसका मतलब होता है कि ट्रेन फिलहाल आगे सफर नहीं कर सकती है।

5. एक लंबा और एक छोटा हॉर्न- इसका मतलब होता है कि मोटर मैन इंजन स्टार्ट करने से पहले गार्ड को ब्रेक पाइप सिस्टम सेट करने के लिए सिग्नल दे रहा है।

6. दो छोटे और एक लंबा हॉर्न- लोको पायलट अगर इस तरह का हॉर्न बजाता है तो इसका अर्थ होता है कि ट्रेन की चेन खींची गई है या फिर गार्ड ने वैक्यूम ब्रेक लगाए हैं।

7. देर तक बजने वाला लंबा हॉर्न - किसी स्टेशन के निकट अगर इस प्रकार का हॉर्न सुनाई दे तो इसका मतलब होता है कि ट्रेन वर्तमान स्टेशन पर नहीं रुकने वाली है।

8. दो लंबे और दो छोटे हॉर्न - इसका मतलब होता है कि मोटर मैन गार्ड को इंजन का कंट्रोल लेने के लिए संकेत देता है।

9. दो लंबे और एक छोटा हॉर्न - इस तरह का हॉर्न बजने का मतलब होता है कि ट्रेन ट्रैक बदल रही है।

10. दो बार रुक-रुक कर हॉर्न - इस तरह हॉर्न रेलवे क्रासिंग के पास बजाया जाता है। ट्रैक के आसपास मौजूद लोगों को सतर्क किया जाता है कि ट्रेन आ रही है। रेलवे लाइन से दूर हट जाएं।

11. छह बार छोटे हॉर्न- इस तरह के हार्न तभी बजाया जाता है, जब ट्रेन किसी मुसीबत में फंस जाता है। ट्रेन को नजदीकी स्टेशन से मदद की जरूरत होती है।

अगल-अगल परिस्थितियों में ट्रेन की अलग-अलग हार्न का प्रयोग किया जाता है। ट्रेन के सभी हॉर्न का विशेष अर्थ होता है। प्रस्थान करने से लेकर सफर के दौरान परिस्थिति के मुताबिक हॉर्न के विभिन्न कोड का इस्तेमाल होता है। इसके द्वारा यात्री, गार्ड और रेल लाइन के पास मौजूद लोगों को संकेत दिया जाता है।
-अवनीश, सीनियर डीसीएम, दक्षिण-पूर्व रेलवे।