Ranchi: 'ड्राइवर साहब बस आगे मत बढ़ाइए...', बस के ऊपर बैठे यात्री हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए; तीन की मौत, पांच घायल
Jharkhand तमाड़ प्रखंड में बरातियों से भरी बस बिजली के तार की चपेट में आने से हुई दुर्घटना के बाद रिम्स में भर्ती घायलों के स्वजनों ने ड्राइवर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर ड्राइवर बस रोकने की उनकी बात मान लेता तो यह हादसा नहीं होता। वहीं जेई ने कहा कि हाईटेंशन लाइन काफी ऊपर थी यात्रियों की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।
अनुज तिवारी, रांची। रिम्स में भर्ती बारातियों ने बताया कि बार-बार बोलने के बाद भी ड्राइवर ने बस नहीं रोकी। बस में बैठे बाराती चिल्लाते रहे कि पुलिया के ऊपर 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार लटक रहा है, जिससे बस के ऊपर बैठे लोगों को करंट लग सकता है, लेकिन ड्राइवर शायद नशे की हालत में था। उसने एक बार बस रोक दिया, लेकिन फिर कुछ ही मिनट के बाद यह कह कर बस बढ़ा दी कि अब आगे जो होगा देखा जाएगा।
बस रोकने के बाद करीब 10 बराती बस से नीचे उतर गए थे। लेकिन जो नहीं उतर पाए वे हाई वोल्टेज तार के चपेट में आ गए, जिसमें तीन की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि पांच घायलों का इलाज रिम्स में चल रहा है।
रिम्स में भर्ती घायल
यह जानकारी तमाड़ प्रखंड में बरातियों से भरी बस बिजली के तार की चपेट में आने से हुई दुर्घटना के बाद रिम्स में भर्ती घायलों के स्वजनों ने देते हुए बताया कि अगर उस वक्त ड्राइवर लोगों की बात सुन लेता तो यह घटना नहीं घटती।
पुलिया के पार ही था दुल्हन का घर
विवाह को लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थी। दुल्हन का घर लाईटों से जगमगा रहा था, गाने बज रहे थे। उसी समय रविवार की शाम को दुल्हा बारातियों के साथ विवाह की रस्म पूरी करने पहुंच रहा था। बारातियों से भरी बस को एक छोटी से पुलिया पार करनी थी, उसके बाद दुल्हन का घर सामने ही था।
पुलिया के पहले बस चालक गाड़ी रोक मुआयना किया कि गाड़ी निकल सकती है या नहीं, लेकिन उसने बिजली के झूलते तारों को नहीं देखा। जिसके बाद वहां मौजूद बरातियों ने कहा कि तार काफी नीचे हैं और इससे बस में करंट लग सकती है। लेकिन ड्राइवर ने किसी की सुनी नहीं और बस बढ़ा दी। छत पर लोगों को करंट तो लगा लेकिन नीचे बैठे लोगों को करंट का झटका नहीं लगा और वे सभी सलामत रहें।
रिम्स में पांच घायलों में से एक गंभीर
पांचों घायल का इलाज रिम्स के बर्न वार्ड में किया जा रहा है। जहां एक घायल लोमरो मुंडा सबसे अधिक 25 प्रतिशत तक जल चुका है। डाक्टरों ने बताया कि वे 25 प्रतिशत तक जले हैं, हालांकि खतरे से सभी घायल बाहर हैं।
सोमवार की शाम को एक घायल सोनया सिंह मुंडा जो पांच प्रतिशत तक ही जला था। उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। डाक्टर ने बताया कि उसे हाथ-पैर में कुछ चोट लगी थी, उपचार व जांच के बाद मरीज को दवा देकर घर भेज दिया गया है। जहां रहकर वो आराम से स्वस्थ हो सकता है।
इन घायलों का हो रहा है इलाज
शंकर मुंडा - 2 प्रतिशत जले
चरण मुंडा - 15 प्रतिशत जले
सुभाष सिंह मुंडा - 20 प्रतिशत जले
लोमरो मुंडा - 25 प्रतिशत जले
बरातियों ने अपनी गलती से गंवाई जान : JE
तमाड़। विद्युत विभाग के कनीय अभियंता (जेई) मुरलीधर प्रसाद का कहना है कि बरातियों ने अपनी गलती से जान गंवाई है। तार काफी ऊंचाई पर है। जब तक बस की छत पर खड़ा होकर आदमी हाथ नहीं उठाएगा, तब तक बिजली तार के संपर्क में नहीं आ सकता है।
मैं स्वयं घटनास्थल पर गया था और वहां से लौटकर थाना गया। मृतक लोगों के प्रति हमारी संवेदना है। मैं इन लोगों के मुआवजे के संबंध में जानकारी विभाग को दूंगा और कोशिश करूंगा कि इन लोगों के परिवार को मुआवजे की राशि जल्द-से-जल्द मिले।
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