झारखंड में बच्ची के साथ हैवानियत, दुष्कर्म के बाद कुएं में फेंका; निकलने के बाद फिर की दरिंदगी
झारखंड के दुमका में एक युवक आदिवासी किशोरी को घर से उठा ले गया। दरिंदे ने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसे कुंए में फेंक दिया। किशोरी किसी तरह कुंए से बाहर आई तो उसके साथ हैवान ने दो बार फिर दुष्कर्म किया और फिर कुंए में फेंक दिया। किशोरी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, दुमका। झारखंड के दुमका जिले में मानवता को शर्मसार कर देने का मामला सामने आया है। 11 वर्ष की किशोरी को घर से उठाने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया गया। जब वह बेहोश हो गई, तो उसे सूखे हुए कुएं में फेंक दिया गया।
होश आने के बाद जब वह किसी तरह बाहर निकली, तो आरोपित ने उसके साथ फिर दुष्कर्म किया और उसे फिर कुएं में फेंक दिया। घटना 19 जुलाई की है। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया है।
इधर, बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने मंगलवार की शाम स्वत: संज्ञान लेते हुए मेडिकल कॉलेज अस्पताल दुमका में इलाजरत किशोरी से मुलाकात की और उसकी मां का बयान दर्ज किया।
पीड़िता की हालत गंभीर
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. अमरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि पीड़िता अभी बयान देने की स्थिति में नहीं थी। उसने घटना के बाद जो बात अपनी मां को बताई थी, उसी के आधार पर मां का बयान दर्ज किया।
पीड़िता की मां ने बताई बेटी की आपबीती
पीड़िता की मां ने दिए बयान में बताया कि उसके पति केरल के चाय बगान में काम करते हैं। 19 जुलाई की रात करीब डेढ़ बजे बेटी अचानक रोने लगी।उसने बताया कि जब वह (मां) घर में नहीं थी, आरोपी युवक उसके कमरे में घुस गया और उसे उठा लिया। मुंह में कपड़ा ठूंसकर काली मंदिर के समीप ले गया, वहां पर उसके साथ दुष्कर्म किया। बेहोश होने के बाद मिट्टी के कुएं में फेंक दिया।
कुएं में लटक रही पेड़ की डाली की सहायता से किसी तरह बाहर निकली तो आारोपित ने दो बार दुष्कर्म करने के बाद फिर से कुएं में फेंक दिया। किसी तरह वह बाहर निकलकर घर आई।यह भी पढ़ें: Jharkhand News: नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के दोषी को आजीवन कारावास, तीन आरोपित बरी
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