Hemant Soren: ED का ताबड़तोड़ एक्शन, अब इस पूर्व सीनियर अफसर को रिमांड पर लेगी जांच एजेंसी; हेमंत से होगा आमना-सामना
जमीन घोटाला मामले में ईडी की टीम ताबड़तोड़ एक्शन में है। इस मामले में हेमंत सोरेन के बाद भानु प्रताप प्रसाद को रिमांड पर लेगी। वहीं भानु प्रताप प्रसाद के सामने हेमंत सोरेन को बैठाकर ईडी अफसर पूछताछ करेंगे। भानू प्रताप को लेकर ईडी की टीम ने कोर्ट में आवेदन दे दिया है। रिमांड आवेदन पर सोमवार को सुनवाई होगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। जमीन घोटाला मामले में जेल में बंद बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के सामने ही पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ की तैयारी है। हेमंत सोरेन को रांची के सदर थाने में एक जून 2023 को दर्ज कांड संख्या 272/23 में बुधवार की रात गिरफ्तार किया गया था। उनपर बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन को अवैध तरीके से हड़पने का आरोप है।
अब इस केस में भी ईडी ने भानु प्रताप प्रसाद को गिरफ्तार किया और उसे रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है। रिमांड आवेदन पर सोमवार को सुनवाई होगी, जिसके बाद भानु प्रताप प्रसाद को रिमांड पर लेकर ईडी हेमंत सोरेन के सामने बैठाएगी और पूछताछ करेगी।
इससे पहले भानु प्रताप प्रसाद को ईडी ने सेना के उपयोग वाली 4.55 एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री मामले में गिरफ्तार किया था और उनके ठिकाने पर छापेमारी की थी, जहां से भारी मात्रा में सरकारी दस्तावेज मिले थे।
ईडी ने भानु प्रताप के विरुद्ध जालसाजी, सरकारी दस्तावेज के दुरुपयोग मामले में भारतीय दंड विधि से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की थी, जिसके बाद ही सदर थाने में एक जून 2023 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। अब भानु की इस दूसरे केस में भी गिरफ्तारी हो गई है।
भानु प्रताप प्रसाद की रिमांड पर रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी। रिमांड मिलने के बाद हेमंत सोरेन व भानु प्रताप प्रसाद को आमने सामने बैठाकर ईडी पूछताछ करेगी।
हेमंत को ईडी ने लिया रिमांड पर, पूछताछ शुरू
जमीन घोटाला केस में गिरफ्तारी के बाद कोर्ट से पांच दिनों की रिमांड मिलने के बाद ईडी ने शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को रिमांड पर ले लिया है। अब उनसे अगले पांच दिनों तक पूछताछ होगी। उक्त अवधि में पूछताछ पूरी नहीं होने की स्थिति में रिमांड की अवधि बढ़ाने के लिए ईडी फिर कोर्ट में आवेदन देगी।
ईडी हेमंत सोरेन से केवल बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन हड़पने के मामले में ही पूछताछ नहीं करेगी, बल्कि उनसे उनकी कई अन्य अचल संपत्तियों के अर्जित करने के बारे में भी जानकारी लेगी और उसे खरीदने के लिए आने वाले धन के स्रोत पर भी सवाल दागेगी। रिमांड पर अवैध खनन से आने वाले काले धन का मामला भी खुलेगा।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।रिमांड अवधि तक ईडी कार्यालय में ही रहेंगे हेमंत
रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उस याचिका को ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें पूछताछ के बाद रात को जेल अथवा सुरक्षित जगह पर रखने की मांग की गई थी। उनकी तरफ से सुरक्षा का खतरा बताते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। अपने अधिवक्ता के माध्यम से उन्होंने कोर्ट को बताया था कि ईडी कार्यालय में उनकी जान को खतरा है। उनकी इस याचिका का विरोध करते हुए ईडी ने भी कोर्ट में अपनी बात रखी और कहा कि हेमंत सोरेन ईडी कार्यालय में सुरक्षित हैं। रिमांड पर पूछताछ के बाद उन्हें जेल अथवा अन्यत्र रखने पर उन्हें खतरा है, ईडी कार्यालय में नहीं। हेमंत सोरेन को ईडी कार्यालय में रखने पर उनकी सुरक्षा के साथ-साथ रिमांड पर पूछताछ की गोपनीयता भी बरकरार रहेगी।सदर थाने में दर्ज केस के अनुसंधान से हेमंत सोरेन तक पहुंची थी ईडी
ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए दिए गए अपने रिमांड आवेदन में बताया था कि रांची के सदर थाने में एक जून 2023 को कांड संख्या 272/23 में बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के विरुद्ध जालसाजी से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इसी केस में ईडी ने 26 जून 2023 को ईसीआइआर दर्ज किया। अनुसंधान के क्रम में सेना के उपयोग वाली 4.55 एकड़ भूमि की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में दर्ज एक अन्य ईसीआइआर में भी पता चला कि भानु प्रताप प्रसाद फर्जीवाड़ा सिंडिकेट के साथ मिलकर फर्जी कागजात, सरकारी मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर जमीन पर गलत तरीके से कब्जा दिलवाता था। नौ फरवरी 2023 को सर्किल कार्यालय में ईडी ने छापेमारी की तो भानु प्रताप प्रसाद के पास कुछ मूल दस्तावेज मिले, जिसमें छेड़छाड़ किए गए थे। भानु प्रताप अधिकतर मूल दस्तावेज, पंजी-2 का कस्टोडियन था।11 ट्रंक जमीन से संबंधित दस्तावेज मिले
इसके बाद ईडी की 13 अप्रैल 2023 को हुई छापेमारी में भानु प्रताप प्रसाद के आवास से 11 ट्रंक जमीन से संबंधित दस्तावेज मिले थे, जिसमें 17 मूल रजिस्टर भी थे। सबको ईडी ने जब्त किया था। भानु प्रताप प्रसाद ने उक्त जमीन का भी जालसाजों के साथ मिलकर जाली कागजात बना दिया था। जमीन घोटाला प्रकरण में ईडी की रिपोर्ट व सरकार को शेयर की गई जानकारी के आधार पर बड़गाईं अंचल के तत्कालीन अंचलाधिकारी ने भी सदर थाने में भानु प्रताप प्रसाद के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उक्त जमीन के संबंध में हस्तलिखित नोट भी भानु के मोबाइल से मिला। भानु प्रताप प्रसाद हेमंत सोरेन का नाम गलत तरीके से उक्त जमीन से संबंधित दस्तावेज में लगा रहा था, ताकि वह संपत्ति उनके नाम पर हो जाए। यह एक तरह की आपराधिक साजिश है। ईडी की कार्रवाई से यह साजिश विफल हो गई।हेमंत सोरेन भानु प्रताप प्रसाद के साथ मिलकर आपराधिक साजिश के तहत मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर उक्त संपत्ति अपने नाम पर अवैध तरीके से कराने की कोशिश कर रहे थे। उक्त संपत्ति सरकार की है। ये भी पढ़ें: Nitish के I.N.D.I.A से अलग होने पर कांग्रेस नेता का छलका दर्द, टूट की वजह पर दिया बड़ा बयान; ममता को लेकर भी दिया अपडेटये भी पढ़ें: Photos: माथे पर चंदन और गले में माला... बाबा के दरबार में राहुल का दिखा अलग अंदाज; कहीं राम मंदिर का असर तो नहीं?