कोल लिंकेज घोटाले में इजहार अंसारी समेत तीन के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, कोयले से अवैध तरीके से 71 करोड़ कमाने की पुष्टि
कोल लिंकेज घोटाले से प्राप्त राशि का मनी लांड्रिंग करने के आरोप में जेल में बंद हजारीबाग के चर्चित कोयला कारोबारी इजहार अंसारी उर्फ टुन्नू मल्लिक समेत तीन पर ईडी ने जांच पूरी करते हुए पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है। इससे जेल में बंद आरोपितों के साथ चार्जशीटेड आरोपित की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। कोल लिंकेज घोटाले से प्राप्त राशि का मनी लांड्रिंग करने के आरोप में जेल में बंद हजारीबाग के चर्चित कोयला कारोबारी इजहार अंसारी उर्फ टुन्नू मल्लिक समेत तीन पर ईडी ने जांच पूरी करते हुए पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है।
इससे जेल में बंद आरोपितों के साथ चार्जशीटेड आरोपित की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। दाखिल चार्जशीट में इजहार अंसारी के साथ मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज के साझेदार इश्तियाक अहमद एवं राजहंस इस्पात प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल है।
ईडी ने इजहार अंसारी को 16 जनवरी को गिरफ्तार किया था। उस पर महज पांच वर्ष में जेएसएमडीसी से सब्सिडी पर आवंटित 86 हजार 568 टन कोयले को बाहर की मंडी में अवैध तरीके से बेचकर 71 करोड़ 32 लाख 28 हजार 759 रुपये की अवैध कमाई के आरोपों की पुष्टि हुई है। ईडी ने चार्जशीट में इसे अपराध की आय से अर्जित संपत्ति बताया है।
रामगढ़ के मांडू थाने में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने दर्ज की थी ईसीआइआर
रामगढ़ के मांडू थाने में 20 जनवरी 2019 को ट्रक चालक सैय्यद सलमानी के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ही ईडी ने 12 दिसंबर 2023 को ईसीआइआर दर्ज की थी। झारखंड पुलिस ने जिस ट्रक को पकड़ा था, उसके मालिक इजहार अंसारी उर्फ टुन्नू मल्लिक थे, जो हजारीबाग के पेलावल रोड में यूबीआइ के समीप मिल्लत कालोनी में रहते थे।
उक्त ट्रक पर 19 टन कोयला लदा था, जो टोपा कोलियरी से बनारस की कोयला मंडी में ले जाया जा रहा था। पुलिस को ट्रक चालक के पास से मिले चालान के अनुसार कोयला को रामगढ़ के सांडी भरेचनगर स्थित मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज में जाना था, लेकिन इजहार के आदेश पर वह ट्रक बनारस जा रहा था।
चालान पर सीसीएल का मोनोग्राम भी था। मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज इश्तेयाक अहमद व मंजूर हसन का पार्टनरशिप फर्म है। ट्रक चालक ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि उसके ट्रक के पीछे दूसरे वाहन पर कोयला कारोबारी संजू साव, दीपक साव, मोहम्मद असलम व रिजवान भी थे, जो पुलिस को देखकर भाग निकले।
इस मामले में पुलिस ने 30 जुलाई 2020 को चार्जशीट की थी। बाद में यह खुलासा हुआ कि कोयला जो मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज ने मेसर्स सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड से खरीदा था, वह गलत तरीके से ट्रक मालिक इजहार अंसारी के माध्यम से अवैध तरीके से बनारस भेजा जा रहा था।ट्रक मालिक इजहार अंसारी मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज के पार्टनर इश्तेयाक अहमद का संबंधी है। उक्त कंपनी ने सीसीएल का भी विश्वास तोड़ा। इसी केस के आधार पर ईडी ने ईसीआइआर किया था।
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