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अवैध खनन के आरोपित सुनील यादव पर ईडी का शिकंजा, पांच दिनों पर रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी जांच एजेंसी

Jharkhand News साहिबगंज में अवैध पत्‍थर खनन के आरोपित दाहू यादव के भाई सुनील यादव पर ईडी ने शिकंजा कसा है। ईडी सुनील को पांच दिनों पर रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। इसके लिए ईडी को हाई कोर्ट से इजाजत मिल गई है। 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार सुनील यादव पर 19 अक्टूबर के पहले हर हाल में चार्जशीट दाखिल करना है।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Tue, 17 Oct 2023 08:51 AM (IST)
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दाहू यादव के भाई सुनील यादव की एक फाइल फोटो।
राज्य ब्यूरो, रांची। साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी आरोपित सुनील यादव से पांच दिनों तक पूछताछ करेगी। विशेष अदालत ने ईडी के रिमांड आवेदन को अस्वीकृत कर दिया था। इसके बाद ईडी रिमांड के लिए हाई कोर्ट गई थी, जहां सोमवार को मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उससे पांच दिनों तक ईडी को पूछताछ की अनुमति दी।

इस वजह से रिमांड पर लेकर पूछताछ है जरूरी

ईडी 18 से 22 अक्टूबर तक सुनील यादव को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। ईडी ने आवेदन में जिक्र किया था कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार सुनील यादव पर 19 अक्टूबर के पहले हर हाल में चार्जशीट करने की बाध्यता है। इसके पूर्व सुनील यादव से रिमांड पर पूछताछ आवश्यक है। अब पूछताछ के बीच 19 अक्टूबर से पहले ईडी चार्जशीट कर देगी।

दाहू यादव का भाई है सुनील

ईडी कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी होने पर सुनील यादव को पुलिस ने 25 अगस्त की रात साहिबगंज से गिरफ्तार किया था। वह अवैध पत्थर खनन के आरोपित दाहू यादव का भाई है।

साहिबगंज पुलिस ने रांची स्थित ईडी की विशेष अदालत में प्रस्तुत करने के बाद उसे होटवार जेल भेज दिया था।

बता दें कि अवैध खनन मामले में अब तक ईडी ने पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, प्रेम प्रकाश व दाहू यादव के पिता पशुपति यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वर्तमान में बच्चू यादव जमानत पर है।

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सुनील यादव पर क्या है आरोप

सुनील यादव, दाहू यादव व राहुल यादव पर आरोप है कि ये पंकज मिश्रा के सहयोगी हैं। सभी उसके इशारे पर साहिबगंज में अवैध पत्थर, बालू खनन कर गंगा नदी के रास्ते बिहार-बंगाल में सप्लाई करते थे। इसके एवज में मोटी कमाई होती थी।

गंगा नदी में जहाज डूबने की घटना के बाद इनके काले धंधे सामने आए थे, लेकिन तब पूरे मामले को दबा दिया गया था। बाद में ईडी ने जब जांच शुरू की, तब पूरा खेल उजागर हुआ।

पंकज मिश्रा व उसके सहयोगियों पर आरोप है कि ये अवैध खनन से आने वाले काले धन को राज्य के बड़े नेताओं व नौकरशाहों तक पहुंचाते हैं।

इस काले धन का निवेश जमीन, होटल व अन्य धंधों में भी किए गए हैं। फिलहाल दाहू यादव व उसका बेटा राहुल फरार हैं।

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