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Champai Cabinet: ये हैं चंपई सोरेन के 8 मंत्री, कोई पढ़ाई में आगे तो कोई बड़ा 'खिलाड़ी'; पढ़ें सभी का सियासी सफर

Champai Cabinet Expansion झारखंड में चंपई सोरेन सरकार का शुक्रवार को पहला कैबिनेट विस्तार हुआ। इस दौरान आठ मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता राजद कोटे से विधायक सत्यानंद भोक्ता समेत कई आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। पढ़िए सभी नेताओं का कैसा सियासी सफर कैसा रहा है।

By Jagran News Edited By: Shashank ShekharUpdated: Sat, 17 Feb 2024 12:15 PM (IST)
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Champai Cabinet: ये हैं चंपई सोरेन के 8 मंत्री, कोई पढ़ाई में आगे तो कोई बड़ा 'खिलाड़ी';

जागरण टीम, रांची। चंपई सोरेन सरकार का शुक्रवार को पहला कैबिनेट वि स्तार हुआ। इस दौरान आठ मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। बन्ना गुप्ता जमशेदपुर (पश्चिमी) कांग्रेस के विधायक हैं। इनका जन्म 17 जुलाई 1973 में जमशेदपुर हुआ था। इनके पिता का नाम स्व. राम गोपाल गुप्ता और माता का नाम स्व. शीला देवी है।

इनकी शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक है। बन्ना गुप्ता 2009 से 2014 और 2019 से अब तक विधायक हैं। वह वर्ष 2014 में कृषि मंत्री एवं 2019 में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बने। स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तीकरण आदि इनकी प्राथमिकताएं हैं।

बसंत सोरेन

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बसंत दुमका से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं। इनका जन्म एक सितंबर 1977 को रामगढ़ के नेमरा हुआ था। इनके पिता झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन और माता का नाम रूपी सोरेन है। बसंत सोरेन पहली बार 2020 में विधायक निर्वाचित हुए थे। बसंत सोरेन राजनीति में अपने पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन को आदर्श मानते हैं। फिलहाल वे झामुमो के युवा मोर्चा के अध्यक्ष हैं।

हफीजुल हसन

हफीजुल हसन मधुपुर से झामुमो के विधायक हैं। इनका जन्म छह जनवरी 1974 को ग्राम पिपरा, मारगोमुंडा, देवघर में हुआ था। इनके पिता स्व. हाजी हुसैन अंसारी भी मंत्री रह चुके थे। उनके निधन के बाद इनको भी मंत्री बनाया गया। हफीजुल हसन पहली बार 2021 में विधायक बने थे। हफीजुल का 20 वर्षों से खेल क्षेत्र में भागीदारी रही है। वह यंग स्पोर्ट्स क्लब, मधुपुर के सचिव हैं। इनकी प्राथमिकता अल्पसंख्यक कल्याण, खेलकूद, पर्यटन कला-संस्कृति सहित अन्य सभी क्षेत्रों में मधुपुर सहित झारखंड का समग्र विकास करना है।

दीपक बिरुवा

दीपक बिरुवा चाईबासा से झामुमो के विधायक हैं। इनका जन्म एक जनवरी 1964 को सिन्दरीगौरी में हुआ था। इनके पिता का नाम स्व. महेन्द्र बिरुवा और माता का नाम नीलिमा बिरुवा है। दीपक बिरुवा की शैक्षणिक योग्यता स्नातक है। वह वर्ष 2009-14, 2014-2019 में विधायक रहे। वे विधानसभा के सभापति प्राक्कलन समिति, सदस्य परामर्श दातृ परिषद्, सभापति आश्वासन समिति में रहे हैं।

सत्यानंद भोक्ता

सत्यानंद भोक्ता चतरा से राजद के विधायक हैं। इनका जन्म दो मई 1972 को चतरा के कारी गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम स्व. जगरनाथ महतो और माता का नाम स्व. रमनी देवी है। इनकी शैक्षणिक योग्यता इंटरमीडिएट है। वर्ष 2000, 2005 और 2019 में विधायक निर्वाचित हुए। ये तीनों बार मंत्री रहे हैं।

रामेश्वर उरांव

रामेश्वर उरांव, लोहरदगा से कांग्रेस के विधायक हैं। इनका जन्म पलामू के चियांकी में 14 फरवरी 1947 को हुआ था। इनके पिता का नाम स्व. महावीर उरांव और माता का नाम स्व ढुंगरी उरांव है। इनकी शैक्षणिक योग्यता एमए, पीएचडी है। वर्ष 2019 में पहली बार विधायक बने थे। इससे पहले वर्ष 2004 से 2009 तक सांसद रहे। ये भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे हैं।

मिथिलेश ठाकुर

मिथिलेश ठाकुर गढ़वा से झामुमो के विधायक हैं। इनका जन्म 16 फरवरी 1966 को चतरा में हुआ था। इनके पिता का नाम स्व. कौशल कुमार ठाकुर व माता का नाम बिमला देवी है। वे स्वतंत्रता सेनानी थे। इनकी शैक्षणिक योग्यता स्नातक है। मिथिलेश ठाकुर पहली बार झामुमो के टिकट पर गढ़वा से विधायक बने हैं।

हेमंत सोरेन सरकार में मिथिलेश ठाकुर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री रहे। इस बार भी इन्हें पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और उत्पाद मद विभाग का मंत्री बनाया गया है। मिथिलेश ठाकुर चाईबासा के मेयर रह चुके हैं। इनकी प्राथमिकता जल नल योजना समयावधि में पूरा करना है।

बादल पत्रलेख

बादल पत्रलेख जरमुंडी से कांग्रेस के विधायक हैं। इनका जन्म 27 सितंबर 1976 को देवघर में हुआ था। इनके पिता का नाम हरी शंकर पत्रलेख और माता का नाम आशा देवी है। इनकी शैक्षणिक योग्यता बी कॉम है। 2014 और 2019 में विधायक चुने गए। इनकी प्राथमिकता कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य को अग्रणी बनाना है।