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Jharkhand Election 2024: चुनाव आयोग ने माना- हेमंत सोरेन के प्रस्तावक को गिरिडीह में रोकना गलत, अधिकारियों पर गिरेगी गाज

Jharkhand Election 2024 झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावक मंडल मुर्मू को गिरिडीह जिले के डुमरी में पुलिस ने रोककर थाने ले जाने के मामले में चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है। उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त पवन कुमार की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग को जानकारी दी गई है। आयोग के निर्देश पर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

By Neeraj Ambastha Edited By: Mohit Tripathi Updated: Mon, 28 Oct 2024 08:56 PM (IST)
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मुख्य चुनाव अधिकारी ने माना, हेमंत सोरेन के प्रस्तावक को गिरिडीह में रोकना गलत। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री सह बरहेट विधानसभा क्षेत्र के झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रत्याशी हेमंत सोरेन के प्रस्तावक मंडल मुर्मू सहित अन्य लोगों का गिरिडीह जिले के डुमरी में रोककर थाने ले जाने की मामले में पुलिस अधिकारियों से लापरवाही हुई है।

उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त पवन कुमार की रिपोर्ट पर इसकी जानकारी चुनाव आयोग को दे दी गई है। अब आयोग के निर्देश पर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि इस मामले में उत्तरी छोटानागपुर के आयुक्त से रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि वाहन को रोककर जांच-पड़ताल करने के क्रम में वीडियोग्राफी नहीं की गई।

आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि पारदर्शिता के लिए चुनाव के दौरान किसी भी वाहन को रोककर जांच करने की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। इस मामले में ऐसा नहीं हुआ।

उक्त वाहन में कोई अवैध सामग्री जैसे नकदी, ड्रग, शराब या अन्य मादक पदार्थ नहीं मिला। कोई अवैध सामग्री नहीं मिलने पर भी भी चारों को रोकना गलत था। यह जनप्रतिनिधि अधिनियम के प्रविधानों तथा चुनाव आयेाग के दिशा-निर्देश का उल्लंघन और संबंधित व्यक्तियों के स्वतंत्रता के अधिकार का भी हनन है।

उन्होंने कहा कि रिपोर्ट सहित पूरे मामले की जानकारी चुनाव आयोग को दे दी गई है। आयोग संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करेगा।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार, आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि चेकपाेस्ट आदि पर वाहनों की जांच करने के क्रम में पूरी तरह पारदर्शिता बरती जाएगी। इसके लिए वेबकास्टिंग की भी व्यवस्था की गई है। आयोग इसके माध्यम से आनलाइन निगरानी करता है।

आरोपों को किया खारिज

मंडल मुर्मू को थाने से छोड़ने को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी तथा राज्य के पुलिस नोडल पदाधिकारी द्वारा पुलिस प्रशासन पर दबाव डालने के आरोप को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने खारिज किया। उन्होंने कहा कि लोक संस्थाओं की आलोचना की जाती है। आलोचना होने पर सुधार भी होता है। आयोग को शिकायत की गई है तो आयोग इसपर निर्णय लेगा। आयोग द्वारा इस संबंध में उनसे कोई रिपोर्ट मांगने के सवाल पर उन्होंने इससे इन्कार किया।

क्या है मामला?

सिदो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू को हेमंत सोरेन ने अपना प्रत्याशी बनाया है। इधर, मंडल मुर्मू के गोड्डा से रांची आने के क्रम में पुलिस ने उनकी गाड़ी को डुमरी में रोक दिया था। साथ ही पुलिस उनसे पूछताछ के लिए सरायढेला थाना ले गई थी। उनके साथ कुछ और लोग थे। हालांकि भाजपा द्वारा इसकी शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया था।

बताया जाता है कि सांसद निशिकांत दूबे के कहने पर मंडल मुर्मू भाजपा के नेताओं से मिलने रांची आ रहे थे। इधर, झामुमो ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, राज्य के पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर तथा एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर तथा पर पुलिस प्रशासन पर दबाव डालने की शिकायत आयोग से की।

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