Jharkhand Weather Effect: कड़ाके की ठंड में बढ़ी बिजली की डिमांड, अपर मुख्य सचिव ने दिए अधिकारियों को ये निर्देश
Jharkhand News झारखंड में बढ़ती ठंड का असर बिजली पर देखने को मिल रहा है। ठंड बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग भी बढ़ गई है। राज्य में सामान्य दिनों में बिजली की मांग लगभग 2400 मेगावाट है। फिलहाल यह बढ़कर लगभग 2600 मेगावाट हो गई है। ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर हाल में आपूर्ति सामान्य बनाए रखें।
राज्य ब्यूरो, रांची। प्रदेश में ठंड बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग भी बढ़ गई है। सामान्य आपूर्ति के लिए इंडियन एनर्जी एक्सचेंज पर निर्भरता बढ़ रही है। राज्य सरकार को ऊंची दर पर बिजली का जुगाड़ करना पड़ रहा है।
बढ़ी हुई डिमांड के कारण राज्य में सोमवार को लगभग 150 मेगावाट बिजली की कमी पीक आवर में रही। बिजली वितरण निगम के अधिकारियों के मुताबिक बिजली की मांग में पिछले 15 दिन से इजाफा हुआ है।
सामान्य दिनों में कितनी रहती है बिजली की मांग
राज्य में सामान्य दिनों में बिजली की मांग लगभग 2400 मेगावाट है। फिलहाल यह बढ़कर लगभग 2600 मेगावाट हो गई है। राज्य सरकार की ऊर्जा उत्पादन इकाइयों के अलावा नेशनल ग्रिड, सोलर एनर्जी से राज्य को बिजली मिल रही है। एनटीपीसी के संयंत्रों से आपूर्ति में थोड़ी परेशानी आ रही है।
इस वजह से बिजली वितरण निगम को मांग और आपूर्ति का संतुलन बनाना पड़ रहा है। निगम इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से ऊंचे दर पर बिजली ले रही है। लगभग 500 मेगावाट बिजली प्रति यूनिट दस रुपये की दर से लेनी पड़ रही है।
विभाग ने अधिकारियों को दिया ये निर्देश
अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि एनटीपीसी के नार्थ कर्णपुरा प्लांट से बिजली मिलने पर आपूर्ति सामान्य हो जाएगी। ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर हाल में आपूर्ति सामान्य बनाए रखें। राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पदाधिकारी तत्परता के साथ लोगों को बिजली उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
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