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Alamgir Alam: आलमगीर आलम पर कसता जा रहा शिकंजा! अवैध खनन घोटाले में भी भूमिका तलाश रही ED

झारखंड सरकार में पूर्व अब मंत्री आलमगीर आलम की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं अब ईडी साहिबगंज में 1250 करोड़ के अवैध पत्थर खनन मामले में आलमगीर आलम की भूमिका तलाश रही है और यह पूरा मामला बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद केस से जुड़ा है। टेंडर कमीशन घोटाले की जांच के साथ ईडी ने इस केस को भी अपनी जांच में रखा है।

By Dilip Kumar Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Sat, 18 May 2024 11:48 PM (IST)
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आलमगीर आलम पर कसता जा रहा शिकंजा

राज्य ब्यूरो, रांची। साहिबगंज में 1250 करोड़ के अवैध पत्थर खनन मामले में भी ईडी के अधिकारियों की टीम अब मंत्री आलमगीर आलम की भूमिका तलाश रही है।

पूरा मामला बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद केस से जुड़ा है। इसी केस के अनुसंधान के क्रम में ईडी ने साहिबगंज में 1250 करोड़ के अवैध पत्थर खनन मामले का खुलासा किया था।

इनके खिलाफ दर्ज की गई थी 2020 में एफआईआर

बड़हरवा में टोल प्लाजा टेंडर विवाद में मारपीट का मामला 22 जून 2020 का है, जिसमें मंत्री आलमगीर आलम, तत्कालीन मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा व अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

तत्कालीन डीएसपी ने दी थी क्लीन चिन 

बड़हरवा टोल प्लाजा के टेंडर में मंत्री आलमगीर आलम के भाई ने भी टेंडर भरा था। दर्ज प्राथमिकी में महज 24 घंटे के भीतर बिना पूरी जांच के ही तत्कालीन डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा ने मंत्री आलमगीर आलम व विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दे दी थी।

टेंडर कमीशन घोटाले की जांच कर रही ईडी ने उस केस को भी अपनी जांच में रखा है, जिसमें आलमगीर आलम की भूमिका टेंडर कमीशन के साथ-साथ अवैध खनन मामले में भी कर रही है। फिलहाल, ईडी की छानबीन जारी है।

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