Jharkhand: 'कुछ समय के लिए पाकिस्तान शिफ्ट हो जाए पूरा कांग्रेसी कुनबा', भाजपा ने कांग्रेस के बयान पर बोला हमला
Jharkhand News भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि कुपोषण में और खाने-पीने के मामले में भारत की स्थिति पाकिस्तान-अफगानिस्तान से बदतर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह पुराना ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। कांग्रेस के नेताओं की एक लंबी लिस्ट है जिनका पाकिस्तान प्रेम जगजाहिर है।
राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार के उस बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि कुपोषण में और खाने-पीने के मामले में भारत की स्थिति पाकिस्तान-अफगानिस्तान से बदतर है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह पुराना ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। कांग्रेस के नेताओं की एक लंबी लिस्ट है, जिनका पाकिस्तान प्रेम जगजाहिर है। राहुल गांधी भी विदेश की धरती पर भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर प्रश्न उठाते रहे हैं।
"भारत सरकार रिपोर्ट को पहले भी खारिज कर चुकी है"
अजय कुमार जिस ग्लोबल हंगर इंडेक्स का हवाला दे रहे हैं, वह एक एनजीओ की रिपोर्ट है ना कि कोई आधिकारिक रिपोर्ट। भारत सरकार इस रिपोर्ट को पहले भी खारिज कर चुकी है।
कुपोषण के मामले में इस रिपोर्ट में 140 करोड़ की आबादी वाले भारत में सिर्फ 3000 बच्चों का सैंपल सर्वे किया गया था। कांग्रेस के नेताओं को अगर लगता है कि पाकिस्तान में हालात बेहतर हैं तो पूरा का पूरा कांग्रेसी कुनबा कुछ समय के लिए पाकिस्तान शिफ्ट कर जाए। वहां आटे-दाल का भाव पता चल जाएगा।
यह भारत में संभव नहीं है कि खाएंगे भारत का और जपेंगे पाकिस्तान का। अजय कुमार के इस बयान के 48 घंटे के बाद भी कांग्रेस द्वारा खंडन नहीं करना यह स्पष्ट करता है कि यह एक गलत रिपोर्ट के आधार पर देश को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है।
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"न्यायालय के आदेश के विरुद्ध है विभाग का आदेश"
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने कहा है कि प्राथमिक शिक्षकों को भूतलक्षी प्रभाव से प्रोन्नति नहीं देने का आदेश उच्च न्यायालय के आदेश के विरुद्ध है। संघ के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन कुमार ने राज्यपाल से इसपर हस्तेक्षप करने की मांग की है।
उनके अनुसार, शिक्षा सचिव के. रवि कुमार ने पांच अक्टूबर को जिलों को जारी दिशानिर्देश में प्राथमिक शिक्षकों को ग्रेड चार एवं सात में भूतलक्षी पदोन्नति न देने की बात कही है, जो न्यायालय के आदेश के विरुद्ध है।
इससे वरीय शिक्षक कनीय हो जा रहे हैं। पद उपलब्धता के बाद भी विभिन्न जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षकों द्वारा समय पर शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं देने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है।