Exam Tips: परीक्षा के दौरान क्या करने से दूर रहेगा मानसिक तनाव, अभिभावकों को लेकर भी दिए गए अहम टिप्स
Exam Tips परीक्षा के दौरान एकाग्रता बनाए रखने तैयारी करने तनाव से दूर रहने समय का नियोजन करने परीक्षा के दौरान टेलीविजन मोबाइल लैपटाप का कम उपयोग करने की सलाह दी। साथ ही अभिभावकों को भी बच्चों पर खास ध्यान रखने की अपील की गई है।
कोडरमा, जासं। वार्षिक परीक्षा से पूर्व सेक्रेड हार्ट स्कूल में बुधवार को छात्रों और अभिभावकों के लिए परीक्षा पर चर्चा आनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता एकेडमिक डायरेक्टर प्रमोद कुमार शर्मा परीक्षा के दौरान एकाग्रता बनाए रखने, तैयारी करने, तनाव से दूर रहने, समय का नियोजन करने, परीक्षा के दौरान टेलीविजन, मोबाइल, लैपटाप का कम उपयोग करने की सलाह दी।
बच्चों पर परीक्षा के अधिक पढ़ाई के लिए दबाव ना बनाएं अभिभावक
उन्होंने कहा कि अभिभावक सावधानी से बच्चों की देखभाल करें। उन्हें परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार करें। बच्चों पर परीक्षा के लिए दबाव न बनाया जाए। उन्हें प्रेम से परीक्षा के लिए तैयार किया जाए। इस दौरान अभिभावकों को बच्चों की सभी गतिविधियों पर ध्यान रखने और समय पर सोने तथा समय पर उठने की सलाह दी। इसके अलावा उन्होंने सफलता के कई टिप्स भी दिए। उन्होंने परीक्षा के दौरान पहले कठिन सवालों को हल करने पर बल दिया।
बच्चों के बेहतर रिजल्ट के लिए शिक्षक और अभिभावक दोनों को प्रयास करना चाहिए
वहीं प्राचार्य नवीन कुमार ने भी अभिभावकों और छात्रों का मनोबल बढ़ाया और कहा कि कोरोना काल में पिछले दो साल से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित रही है। बच्चों की पढ़ाई बेहतर हो, इसके लिए शिक्षक और अभिभावक दोनों को प्रयास करने की आवश्यकता है। परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को सफल बनाने में आशुतोष गौतम ने तकनीकी रूप से सहयोग किया। इस कार्यक्रम से सैकड़ों की संख्या में अभिभावक जुड़े। कार्यक्रम को अभिभावकों ने काफी सराहा और छात्रों के लिए उपयोगी बताया।
अक्सर परीक्षा के समय तनाव में आ जाते हैं बच्चे
गौरतलब है, कि अक्सर ये देखा गया है, कि बच्चे परीक्षा के समय इतने ज्यादा दबाव में आ जाते हैं, कि उन्हें ना तो खाने का ध्यान रहता है, ना ही सोने का, ऐसे में इसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ता है। जिससे शारीरिक नुकसान तो होता ही है, साथ ही बच्चों को मानसिक रूप से भी परेशानी उठानी पड़ती है। इसीलिए बच्चों को सलाह दी ती है, कि परीक्षा से पहले पढ़ाई पर ध्यान जरूर देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है, एक्सपर्ट भी ये सलाह देते हैं, कि कोई भी परीक्षा अंतिम परीक्षा नहीं होती है, लिहाजा बच्चों को दिमाग फ्री रखना चाहिए।