Jharkhand Tourism: मन मोह लेंगे झारखंड के ये जलप्रपात... गर्मियों की छुट्टियां इसबार यहां मनाइए... कम खर्चे में लीजिए आनंद
Jharkhand Tourism झारखंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां देखने के लिए बहुत कुछ है। यहां प्रकृति से प्रेम कर सकते हैं। उसे खुली आंखों से निहार कर निढाल हो सकते हैं। गर्मियों की छुट्टियाें में इसे देखना बेहद आनंदित करने वाला होता है।
By M EkhlaqueEdited By: Updated: Sat, 28 May 2022 05:10 PM (IST)
रांची, डिजिटल डेस्क। Famous Tourist Places Of Jharkhand गर्मी की छुट्टियाें में इसबार अगर आप कहीं घूमना चाहते हैं तो झारखंड में आपका स्वागत है। यहां बेहद कम खर्चे में आप जलप्रपात का आनंद उठा सकते हैं। पहाड़ों से गिरते स्वच्छ जलधारा को देखकर आपका मन मचल उठेगा। पहाड़ों और जंगलों से घिरे ये जलप्रपात आपको प्रकृति से जीवंत साक्षात्कार कराएंगे। देश के किसी भी कोने से यहां पहुंचना इस समय बेहद आसान है। बस के अलावा रेल और हवाई सेवाएं भी आपको इस मनोरम वादियों तक पहुंचा सकती हैं।
झारखंड में वैसे तो हर जिले में देखने के लिए बहुत कुछ खास है। यहां बहुतेरे धार्मिक पर्यटन स्थल भी हैं। जंगलों और पहाड़ों के बीच सबसे ज्यादा किसी को आकर्षित करते हैं तो वे हैं यहां के जलप्रपात। यहा पहुंचते ही आप शांति महसूस करेंगे। पहाड़ों से गिरते झरनों में आप स्नान कर खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। रांची से इन जलप्रपातों की दूरी भी कोई खास नहीं है। इसलिए इन का दीदार आप चाहे तो दो तीन दिनों के भीतर शानदार तरीके से कर सकते हैं।
दशम जलप्रपात में गिरते पानी का लीजिए आनंद दशम जलप्रपात राजधानी रांची के पास ही मौजूद है। रांची-टाटा रोड पर रांची शहर से करीब 34 किमी दूर यह जलप्रपात मौजूद है। यहां पहुंचना बेहद आसान है। रांची शहर से आप बस और छोटे वाहनों से यहां पहुंच सकते हैं। हर समय यहां पहुंचने के लिए वाहन उपलब्ध है। चाहें तो किराए पर वाहन भी बुक करा सकते हैं। यह जलप्रपात कचनी नदी का हिस्सा है। यहां 144 फीट की ऊंचाई से गिरती जलधाराओं को निहार सकते हैं। विशेषता यह भी है कि यहां 10 जल धाराएं गिरती दिखाई देती हैं। यहां आप पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले रांची आना होगा। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से इसकी दूरी 31 किलोमीटर है। वहीं, रांची रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी करीब 26 किलोमीटर है। जबकि बिरसा मुंडा बस टर्मिनल से यह 24 किलोमीटर दूर है।
जोनहा जलप्रपात देखकर कीजिए प्रकृति से साक्षात्कार राजधानी रांची से पुरुलिया जाने वाले मार्ग पर 45 किमी दूर जोन्हा जलप्रपात स्थित है। इसको गौतमधारा भी कहा जाता है। यहां भगवान गौतम बुद्ध का एक खूबसूरत मंदिर भी है। चट्टानों से होकर गिरता पहाड़ी पानी यहां देखने लायक होता है। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची से इस जलप्रपात की दूरी करीब 45 किलोमीटर है। वहीं रांची रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी करीब 39 किलोमीटर है। यह जलप्रपात रांची-मुरी रेलखंड पर स्थित है। यहां आप सड़क मार्ग से भी किराए के वाहन से पहुंच सकते हैं। बिरसा मुंडा बस टर्मिनल कांटा टोली से इसकी दूरी करीब 36 किलोमीटर है। यहां जाने से पहले आपको रांची आना होगा। सुबह से शाम तक यहां प्रकृति का साक्षात्कार करने के बाद आप पुन: रांची लौट सकते हैं। बस स्टैंड से हर क्षण यहां के लिए वाहन उपलब्ध है। किराया भी कम है।
लोगों में सबसे लोकप्रिय है हुंडरू जलप्रपात रांची में रहने वालों लोगों के बीच सबसे ज्यादा लोकप्रिय है- हुंडरू जलप्रपात। यह रांची-पुरुलिया रोड पर स्थित है। इस जलप्रपात का स्रोत सोना उगलने वाली सुवर्णरेखा नदी है। यहां पर 320 फीट की ऊंचाई से गिरती जल धाराओं का आनंद उठा सकते हैं। यह झारखंड के उच्चतम जलप्रपातों में से एक है। यहां अक्सर लोग अवकाश के दिनों में पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते हैं। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची से हुंडरू जलप्रपात की दूरी करीब 47 किलोमीटर है। वहीं, रांची रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी करीब 40 किलोमीटर है। आप चाहें तो यहां बस और कार से भी जा सकते हैं। रांची शहर से इसकी दूरी 45 किलोमीटर है। रांची-पुरलिया मुख्य रोड से यह 21 किलोमीटर अंदर स्थित है। दिन भर यहां आनंद लेने के बाद शाम में रांची शहर पहुंच सकते हैं।
रांची शहर में लीजिए राक गार्डन का भी मजा रांची शहर में यदि आप कुछ देखना चाहते हैं तो राक गार्डन जरूर देखने जाइए। अल्बर्ट एक्का चौक से करीब 4 किलोमीटर दूर है। जयपुर के बगीचे के बाद रांची का राक गार्डन प्रसिद्धि में दूसरा स्थान रखता है। यह गोंडा हिल के चट्टानों से बना था। इस गार्डन के पास ही कंक बांध की झील भी है। यह रांची का सबसे चर्चित पिकनिक स्पाट है। शहर में होने के कारण यहां पहुंचना बेहद आसान है। बाहर से आ रहे हैं तो बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची से इसकी दूरी 15 किलोमीटर है। वहीं रांची रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी 9 किलोमीटर है। खाद गढ़ा बस स्टैंड से दूरी 9.5 किलोमीटर है। शहर के बाहर के जलप्रपात देखने के बाद अगर समय बचे तो इसे देखने जरूर जाइए।
गिरिडीह में देखिए उसरी नदी का हसीन मंजर झारखंड के गिरिडीह में बहने वाली उसरी नदी बारकर नदी की एक सहायक नदी है। यह एक खड़ी घाटी से होकर बहती है। यही इसकी खूबसूरती भी है। उसरी जलप्रपात तीन अलग-अलग धाराओं में घने जंगल से घिरा हुआ है। यहां आप सड़क मार्ग से होकर आसानी से पहुंच सकते हैं। यह टुंडी के रास्ते पर गिरिडीह शहर के महज 13 किलोमीटर पूर्व दिशा में है। यहां तक पहुंचने के लिए हर तरह के छोटे-बड़े वाहन आसानी से आपको मिल जाएंगे। भाड़ा भी बेहद कम है। अहले सुबह आप गिरिडीह पहुंचकर पहले किसी होटल में स्नान-ध्यान करें। नाश्ता करने के बाद किसी वाहन से चंद मिनटों में सीधे उसरी जलप्रपात पहुंच जाएंगे। यहां सुबह से शाम तक समय गुजारने के बाद आप गिरिडीह लौट सकते हैं।
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