Lobin Hembrom: हेमंत सोरेन के एक और बागी नेता BJP में हुए शामिल, झामुमो के वोटबैंक में कर सकते हैं सेंधमारी
Jharkhand Politics झारखंड में एक बार फिर से सियासी उथल-पुथल जारी है। झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन के बीजेपी में जाने के बाद अब एक और झामुमो के पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम आज बीजेपी में शामिल हो गए हैं। लोबिन हेम्ब्रम झारखंड में बड़े आदिवासी नेता माने जाते हैं। माने तो वह हेमंत सोरेन के वोट बैंक में सेंधमारी कर सकते हैं।
जागरण नेटवर्क, रांची। Lobin Hembrom: झारखंड के बोरियो के पूर्व झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम आज भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा प्रदेश कार्यालय में इसके लिए मिलन समारोह कार्यक्रम रखा गया था। जिस समय हेम्ब्रम भाजपा की सदस्यता ली उस समय झारखंड भाजपा के कई दिग्गज नेता मौजूद थे।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। भाजपा में शामिल होने के बाद उनके बोरियो विधानसभा से चुनाव लड़ने की संभावना है। लोबिन हेम्ब्रम ने 26 अगस्त को कहा था कि वो जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे।
भाजपा में शामिल होते ही झामुमो पर हमलावर हुए लोबिन
भाजपा में शामिल होने के बाद लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन जिस उद्देश्य से शिबू सोरेन ने किया था वह पूरा नहीं हुआ। पार्टी उनके सिद्धांत से भटक गई है। शिबू सोरेन ने शराब पीने का विरोध किया था।
जबकि हेमंत सरकार छत्तीसगढ़ से व्यापारियों को बुलाकर झारखंड में शराब की बिक्री कर रही है। लोबिन ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिया हमारे आदिवासी समाज की बहन बेटियों की अस्मिता से खेल रहे हैं। लव जिहाद से संताल परगना बर्बाद हो रहा है। घुसपैठिए आदिवासी बेटियों से शादी कर उन्हें मुखिया, ज़िला परिषद में चुनाव जितवा रहे हैं। जबकि हेमंत सरकार वोट बैंक के लालच में तमाशा देख रही है। इन सबसे व्यथित होकर वो भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
असम के सीएम ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं इस मौके पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि लोबिन हेम्ब्रम और चम्पाई सोरेन झारखंड आंदोलन के नेता हैं। हेमंत सोरेन ने इनका सम्मान नहीं किया। झारखंड आंदोलन के सभी बड़े चेहरे अब भाजपा में आएंगे। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनेगी। इसमें लोबिन हेम्ब्रम, चम्पाई सोरेन और सीता सोरेन जैसे लोगों का योगदान होगा।
1932 के खतियान पर पहले ही कह चुका हूंः लोबिन
लोबिन हेम्ब्रम 1932 के खतियान और नियोजन नीति पर अपनी ही सरकार में रहते हुए मुखर रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद उनसे इसपर सवाल पूछा गया। लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि विधानसभा के पिछले सत्र में वो 1932 खतियान के मुद्दे पर अपनी बात कह चुके हैं। इससे वापस होने का सवाल ही नहीं है।
लोबिन ने झामुमो से की थी बगावत, विधानसभा की चली गई थी सदस्यता
बोरियो के पूर्व झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने पार्टी में रहते हुए विगत लोकसभा चुनाव में दल के प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़े थे जिसके बाद पार्टी ने छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था और कुछ दिन बाद विधानसभा से उनकी विधायिकी भी समाप्त कर दी गई थी।
भाजपा में शामिल होने के बाद बोरियो से चुनाव लड़ने की संभावना
भाजपा में शामिल होने के बाद उनके बोरियो विधानसभा से चुनाव लड़ने की संभावना है। लोबिन हेम्ब्रम ने 26 अगस्त को कहा था कि वो जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे।
आदिवासी वोट बैंक में कर सकते हैं सेंधमारी
लोबिन हेम्ब्रम की गिनती झारखंड के बड़े आदिवासी नेताओं में होती है। बोरिया विधानसभा क्षेत्र और राजमहल लोकसभा क्षेत्र में वह अच्छी पकड़ रखते हैं। लोबिन के बीजेपी में शामिल होने पर हेमंत सोरेन के आदिवासी वोट बैंक में सेंधमारी हो सकती है।