Jharkhand के इस अस्पताल ने बदल दिया नियम, अब बिना आयुष्मान कार्ड के नहीं होगा निशुल्क इलाज
रांची के रिम्स में आयुष्मान योजना के लाभुकों को ही फ्री इलाज मिल सकेगा। इसके अलवा बाकी किसी भी मरीज को निश्शुल्क सुविधा नहीं मिल पाएगी। इसको लेकर रिम्स प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। रिम्स के निदेशक डॉ. राजकुमार ने बताया है कि निश्शुल्क सुविधा बंद होने वाली है। जिन लोगों ने अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया है वे अपना कार्ड बनवा लें।
जागरण संवाददाता, रांची। रिम्स में आयुष्मान योजना के लाभुकों को छोड़ अन्य किसी को भी निश्शुल्क सुविधा बंद करने की तैयारी है। रिम्स प्रबंधन इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।
निदेशक डॉ. राजकुमार ने बताया है कि निश्शुल्क की सुविधा वे बंद करने वाले हैं, जिन गरीबों ने अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया है, उन्हें बनवा लेना चाहिए ताकि इसका लाभ उन्हें मिल सके।अभी कई ऐसे मरीज हैं जिनके पास आयुष्मान योजना का कार्ड तक नहीं है और उनका इलाज रिम्स में किया जाता है। लेकिन लगभग सभी मरीजों को बाहर से दवा खरीदनी पड़ती है, जिसे लेकर कई बार प्रबंधन को शिकायत मिल चुकी है।
अस्पताल प्रबंधन ने क्या कहा?
इस समस्या के निदान की जगह अब प्रबंधन इस सुविधा को ही बंद करने की तैयारी में है। हालांकि प्रबंधन का मानना है कि आयुष्मान योजना का लाभ अगर सभी जरूरतमंद ले लेते हैं, तो इससे उन्हें पांच लाख रुपये तक का इलाज में लाभ मिल सकेगा।निदेशक बताते हैं कि सरकार की यह आज तक की सबसे बड़ी योजना है और इसका लाभ इन्हें उठाना चाहिए। ऐसे में मरीजों का बेहतर इलाज संभव हो सकेगा। दूसरी ओर रिम्स में भी कार्ड बनवाने की व्यवस्था है, जिसका लाभ उठाया जा सकता है।
रिम्स में करीब 40 प्रतिशत के पास नहीं है कार्ड
रिम्स के विभिन्न विभागों में भर्ती होने वाले करीब 40 प्रतिशत मरीजों के पास आयुष्मान योजना का कार्ड नहीं है। जबकि वे इस योजना की पात्रता रखते हैं। ऐसे में इन मरीजों को रिम्स से पूरी सुविधा नहीं मिल पाती। जबकि ऐसे मरीजों को हर दवा उपलब्ध कराने को लेकर प्रबंधन के पास कभी भी स्पष्ट जवाब नहीं रहा है।कभी कुछ दवा दी जाती है और अधिकतर बार बाहर से हजारों रुपये की दवा इन्हें खरीदनी पड़ती है, जबकि सरकार की ओर से दी गई सुविधा में इन मरीजों को भोजन व दवा की व्यवस्था रिम्स प्रबंधन की ओर से ही किया जाना है। लेकिन अब नई व्यवस्था में बिना आयुष्मान कार्ड धारकों की मुश्किलेंं बढ़ सकती है।
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