Jharkhand News: गढ़वा में चमत्कार बता खेला जा रहा अंधविश्वास का खेल, तांत्रिकों के पास उमड़ती है हुजूम
झारखंड के गढ़वा में आज भी अंधविश्वास का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। हालांकि अंधविश्वास के चक्कर में हो रही घटनाओं पर लगाम कसने को लेकर सरकार की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके बावजूद लोग इसके शिकार हो रहे हैं। भवनाथपुर थाना क्षेत्र के फुलवार गांव के जेठू पहाड़ पर अंधविश्वास की पकड़ मजबूत होती जा रही है।
By Deepak sinhaEdited By: Shashank ShekharUpdated: Sun, 29 Oct 2023 05:35 PM (IST)
संवाद सूत्र, भवनाथपुर (गढ़वा)। एक ओर जहां राज्य सरकार व न्यायालय द्वारा ओझा-गुणी के नाम पर आए दिन होने वाली घटनाओं पर रोकथाम के लिए प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
वहीं, भवनाथपुर थाना क्षेत्र के फुलवार गांव स्थित जेठू पहाड़ पर इन दिनों अंधविश्वास की पकड़ मजबूत होते जा रही है। पहाड़ के तलछटी में अपने आप को कथित तांत्रिक बता भोले-भाले गरीब लोगों से मोटी रकम वसूली जा रही है।
'झाड़-फूंक के नाम पर अंधविश्वास का खेल'
स्थानीय लोगों की मानें तो अवैध रूप से जेठू पहाड़ के तलहटी में स्थित मंदिरनुमा पक्का घर बनाकर चैत नवरात्र तथा शारदीय नवरात्र के दिनों में कथित तांत्रिक द्वारा भूत पिशाच, बांझपन या अन्य दैवीय प्रकोप से संबंधित समस्याओं को अपने मंत्र शक्ति से दूर करने का आश्वासन देते हुए लोगों से झाड़-फूंक करने के नाम पर अंधविश्वास का खेल खेला जा रहा है।'ओझा के चक्कर में पड़कर आपस में कर रहे बैर'
कुछ ग्रामीणों ने बताया कि वहां मौजूद ओझा के चक्कर में पड़कर गरीब तबके के भोले-भाले लोग अपने नाते रिश्तेदारों से बैर कर लेते हैं तथा कई बार आपस में ही भीड़ भी जा रहे हैं।वहीं, कथित तांत्रिक द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा निर्मित इस देवी की मंदिर में वहीं पीड़ित व्यक्ति पहुंचता है, जो अस्पताल या अन्य जगहों से ठीक नही हो पाता है।
मेरे पास आने के बाद अपनी समस्याओं से ग्रसित उस महिला या पुरुष की मनोकामना पूर्ण हो जाती है। पूछने पर बताया कि मेरे द्वारा बांझपन, टोना-टोटका व कई बीमारियों का इलाज तंत्र-मंत्र द्वारा किया जाता है।यह भी पढ़ें: Garhwa Crime News: नशे में धुत पति बना खून का प्यासा, पत्नी की पीट-पीटकर कर ले ली जान; सास गंभीर रूप से जख्मी
यह भी पढ़ें: Jharkhand News: भूख से तड़प-तड़प कर मौत,परिवार का आरोप कई महीनों से नहीं मिल रहा था राशन; सिस्टम ने ले ली जान!
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।