Dhanbad News: SIT करेगी गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड की जांच, CMO भेजी गई प्रस्ताव की फाइल; इन बिंदुओं पर होगी जांच
Jharkhand Crime News मंडल कारा धनबाद में तीन दिसंबर को हुई गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या मामले की अब SIT से जांच कराई जाएगी। इसका प्रस्ताव तैयार है जिसपर मुख्यमंत्री की अनुमति के लिए फाइल CMO भेजी गई है। SIT में कौन-कौन पदाधिकारी होंगे? यह अभी तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद ही SIT के पदाधिकारियों का चयन होगा और फिर पूरे मामले की जांच तेज होगी।
By Dilip KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Thu, 14 Dec 2023 06:58 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची। मंडल कारा धनबाद में तीन दिसंबर को हुई गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या मामले की अब विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराई जाएगी। इसका प्रस्ताव तैयार है, जिसपर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अनुमति के लिए फाइल सीएमओ भेजी गई है।
एसआईटी में कौन-कौन पदाधिकारी होंगे, यह अभी तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद ही एसआईटी के पदाधिकारियों का चयन होगा और फिर पूरे मामले की जांच तेज होगी।
HC के आदेश शुरू हुई SIT गठन की प्रक्रिया
राज्य सरकार के स्तर पर एसआईटी गठन की यह प्रक्रिया हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुरू की गई है। हाईकोर्ट ने जेल में हत्या मामले पर संज्ञान लेते हुए गृह सचिव व डीजीपी को तलब किया था।तब हाईकोर्ट ने साजिश के बिंदु पर एसआईटी जांच कराने के मामले में अधिकारियों से पूछा था, इसपर अधिकारियों ने एसआईटी से जांच कराने के लिए कोर्ट को आश्वस्त किया था।
तत्कालीन जेलर व 5 जेल कर्मियों को हो चुके हैं निलंबित
गैंगस्टर की हत्या के बाद आईजी जेल उमाशंकर सिंह व आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज ने पूरे मामले की जांच में जेल के पदाधिकारियों-कर्मियों को दोषी पाया था।इसके बाद आईजी जेल ने लापरवाही बरतने के मामले में तत्कालीन जेलर मोहम्मद मुस्तकीम व पांच जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया था।आईजी जेल व आईजी सीआईडी की अनुशंसा के बाद राज्य सरकार ने धनबाद मंडल कारा के काराधीक्षक मेनसन बरवा को भी निलंबित कर दिया था। गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने इससे संबंधित आदेश जारी किया था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।इन बिंदुओं पर विस्तृत जांच करेगी एसआईटी
- जेल के सीसीटीवी फुटेज से घटना की वस्तु स्थिति, आरोपितों की पहचान आदि देखेगी।
- घटना कैसे, कब व क्यों घटी। इसकी पूरी जानकारी लेगी। इसमें कौन-कौन शामिल थे, किसका सहयोग मिला, इन बिंदुओं को भी देखेगी।
- जेल में हथियार कैसे पहुंचा, कौन-कौन से गेट से गुजरते हुए जेल परिसर तक हथियार पहुंचा और इसमें जेल प्रशासन से कहां-कहां चूक हुई, इसकी भी जांच होगी।
- जेल परिसर में गैंगवार के बिंदु पर भी एसआईटी जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट के माध्यम से बताएगी कि उक्त जेल कितनी सुरक्षित है। वहां बंद अपराधी कितने सुरक्षित हैं, कहीं उनपर भी तो खतरा नहीं। इससे संबंधित रिपोर्ट भी तैयार होगी।
- जेल के भीतर आने-जाने वालों की जांच की प्रक्रिया, लापरवाही के बिंदु की भी गहन पड़ताल करेगी।