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Garhwa News: झारखंड के गढ़वा में पब्लिक ने सीओ, थानेदार और सीआइ को बनाया बंधक

Jharkhand News दुर्गा पूजा स्थल को अतिक्रमणमुक्त कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को स्थानीय प्रशासन को बंधन बना लिया। घटना गढ़वा जिले की है। ग्रामीणों ने दो घंटे तक सड़क को भी जाम रखा। विवाद का अभी तक अंत नहीं हुआ है।

By M EkhlaqueEdited By: Updated: Mon, 19 Sep 2022 08:29 PM (IST)
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Jharkhand Samachar: झारखंड के गढ़वा में ग्रामीणों ने अधिकारियों को बनाया बंधक।
गढ़वा, जागरण संवाददाता। Garhwa News झारखंड के गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र के टाटीदीरी गांव में दुर्गा पूजा स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग को लेकर टाटीदीरी के ग्रामीणों ने सोमवार को धुरकी के अंचलाधिकारी अरूण कुमार सिंह, थानेदार सदानंद कुमार, सीआइ विभूति नारायण सिंह तथा राजस्व कर्मचारी को करीब दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। करीब दो घंटे तक चली वार्ता के बाद ग्रामीणों ने सभी को शाम करीब छह बजे मुक्त किया। इसके बाद इन अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

विवादित जमीन पर पहले लोग करते थे दुर्गा पूजा

जानकारी के अनुसार, टाटीदीरी गांव में एक नंबर प्लाट भूमि शंभु प्रसाद गुप्ता का है, जिसमें मकान बन गया है तथा कूप भी है। ग्रामीणों का दावा है कि पूर्व में उक्त स्थल पर दुर्गा पूजा का आयोजन होता रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त भूमि मौखिक रूप से दान दी गई है। लेकिन इस जमीन पर शंभु प्रसाद गुप्ता ने कब्जा कर लिया है। ग्रामीण इस जमीन को मुक्त कराने की मांग कर रहे हैं। बताया गया कि भूमि की मापी करने तथा मामले को सुलझाने के लिए सभी अधिकारी सोमवार शाम करीब चार बजे वहां पहुंचे थे।

दो घंटे तक ग्रामीणों ने सड़क को रखा पूरी तरह जाम

लेकिन जब मामला नहीं सुलझ पाया तो आक्रोशित ग्रामीणों ने टाटीदीरी डंडई मार्ग को दो घंटे तक जाम कर दिया। मामला सुलझाने तथा कथित अतिक्रमण को मुक्त कराने की मांग करने लगे। इतना ही नहीं सभी अधिकारियों को बंधक भी बना लिया। ग्रामीणों ने शाम चार बजे से छह बजे तक अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उक्त स्थल पर घेर कर रखा। उन्हें कहीं नहीं जाने दिया। इस संबंध मे अंचलाधिकारी तथा थानेदार से संपर्क की कोशिश की गयी पर दोनों का मोबाइल बंद पाया गया।

विवाद सुलझाने का आश्वासन के बाद अधिकारियों को छोड़ा

उधर, सीआइ विभूति नारायण सिंह ने बताया कि विवादित भूमि की मापी करने आए थे। ग्रामीणों ने सभी को रोक कर लिया था। ग्रामीणों की मांग है कि भूमि अतिक्रमण मुक्त कर तथा सरकारी राशि से निर्मित कूप को आम जनता के लिए खुला छोड़ दिया जाए। ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया। इसके बाद उन्होंने सभी अधिकारियों को छोड़ा। इस मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही कोई रास्ता निकल आएगा। उधर, शंभु गुप्ता का दावा है कि यह जमीन उनकी है। इसलिए उन्होंने अपनी जमीन पर मकान बनाया है। उनका कहना है कि सभी तरह के दस्तावेज उनके पास हैं। ग्रामीण साजिश के तहत जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।

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