GOOD NEWS: विश्वविद्यालय शिक्षकों को अब 7th Pay Commission से चिकित्सा- आवास भत्ता...
7th Pay Commission Jharkhand News झारखंड के विश्वविद्यालय शिक्षकों को सातवें वेतनमान के अनुसार चिकित्सा और आवास भत्ता मिलेगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने कहा है कि विश्वविद्यालय शिक्षकों को सातवें वेतनमान के अनुसार चिकित्सा भत्ता एवं आवास भत्ता देने की की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
By Alok ShahiEdited By: Updated: Fri, 12 Mar 2021 06:02 AM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। 7th Pay Commission, Jharkhand News राज्य के विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को भी शीघ्र ही सातवें वेतनमान के अनुसार चिकित्सा तथा आवास भत्ता मिलेगा। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने कहा है कि विश्वविद्यालय शिक्षकों को सातवें वेतनमान के अनुसार चिकित्सा भत्ता एवं आवास भत्ता देने की की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। विभाग ने यह जानकारी विधायक राज सिन्हा द्वारा पूछे जानेवाले अल्पसूचित प्रश्न के जवाब के रूप में दी है। हालांकि विभाग ने यह नहीं बताया है कि इस वेतनमान में भत्ता कब से दिया जाएगा। अभी तक विश्वविद्यालय शिक्षकों को छठे वेतनमान के तहत ही भत्ता मिल रहा है। बता दें कि राज्य कर्मियों को सातवें वेतनमान में यह भत्ता एक अप्रैल 2018 से ही मिल रहा है। विश्वविद्यालय शिक्षक इससे वंचित हैं।
भाजपा महिला मोर्चा पहुंचा कांग्रेस मुख्यालय, कांग्रेसियों ने किया फूल से स्वागत
गुरुवार को प्रदेश की राजनीति एक अलग मुकाम पर दिखी। हरियाणा में कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हु़ड्डा के ट्रैक्टर खिंचवाने के प्रकरण का विरोध करते हुए गुरुवार को रांची में भाजपा महिला मोर्चा ने महिलाओं से ट्रैक्टर खिंचवाने की घटना के विरोध में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। महिला मोर्चा के सदस्य झंडा बैनर के साथ कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक होते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय तक पहुंच गए।
यहां कांग्रेस के प्रवक्ताओं और अन्य नेताओं ने भाजपा महिला मोर्चा की नेताओं का फूलों से स्वागत किया। हालांकि, नेताओं ने कांग्रेस के फूल को अस्वीकार कर नारेबाजी जारी रखी। इसके पूर्व भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि एक ओर पूरा विश्व आठ मार्च को महिला दिवस पर महिलाओं के सम्मान में जुटा था वहीं दूसरी ओर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेसी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा महिलाओं से ट्रैक्टर खिंचवाया जा रहा था। उन्होंने घटना को शर्मनाक हरकत बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं को कभी सम्मान नहीं दिया है।
प्रदर्शन में महामंत्री सीमा सिंह, मंजू लता दुबे, बबीता वर्मा आदि मौजूद थीं। दूसरी ओर, कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डा. राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि देश की प्रजातांत्रिक व्यवस्था में सभी को वैचारिक मतभेद के खिलाफ प्रदर्शन करने का अधिकार है लेकिन मान्य लोकतांत्रिक परंपरा के तहत किसी दूसरे दल के कार्यालय में जाकर प्रदर्शन करने की परंपरा झारखंड में नहीं है।
प्रदर्शन करने पहुंची महिलाओं का कांग्रेसियों ने बिस्किट और चाय देकर स्वागत करने का प्रयास किया लेकिन भाजपा महिला मोर्चा ने अस्वीकार कर दिया। लगभग सात मिनट विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी कर वापस लौट गई। बाद में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 110 दिनों से चला आ रहा आंदोलन और 200 से अधिक किसानों की शहादत अगर इन्हें दिखाई नहीं दे रही है तो ईश्वर इन्हें सदबुद्धि दे।
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