Rupesh Pandey Murder Case: हजारीबाग के रूपेश हत्याकांड की सीबीआइ जांच कराए सरकार... सीएम हेमंत सोरेन से मिले माता-पिता
Jharkhand Crime News झारखंड के हजारीबाग जिले के बरही में रुपेश पांडे की हत्या का मामला अभी शांत नहीं हुआ है। झारखंड सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन से आज रुपेश पांडे के माता पिता ने मुलाकात की। सीबीआइ जांच की मांग की।
By M EkhlaqueEdited By: Updated: Mon, 28 Feb 2022 12:59 PM (IST)
रांची, डिजिटल डेस्क। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हजारीबाग जिले के बरही थाना क्षेत्र के करियातपुर निवासी दिवंगत रुपेश पांडे की मां उर्मिला पांडे एवं पिता सिकंदर पांडे ने सोमवार को मुलाकात की। मुख्यमंत्री से रुपेश पांडे की मां ने दिवंगत पुत्र के लिए न्याय मांगा। परिजनों ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच सीबीआइ से कराने का आग्रह किया, जिससे उनके पुत्र को न्याय मिल सके। मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त किया कि परामर्श के बाद राज्य सरकार इस पर निर्णय लेगी। रूपेश मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए की जाएगी। मुख्यमंत्री ने रूपेश की मां के स्थायी जीवनयापन की व्यवस्था हेतु उपायुक्त, हजारीबाग को आदेश किया है। मुख्यमंत्री के आदेश पर जिला प्रशासन हजारीबाग ने उर्मिला देवी की स्थायी आजीविका हेतु प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मौके पर बरही विधायक उमाशंकर अकेला, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
क्या है रुपेश हत्याकांड, घटना के बाद क्या हुआ
मालूम हो कि झारखंड के हजारीबाग जिले के बरही थाना क्षेत्र में सरस्वती पूजा विसर्जन के दौरान एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा रुपेश पांडे की पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। झारखंड के हजारीबाग समेत आसपास के पांच जिलों में तनाव फैल गया था। सरकार और प्रशासन में आनन-फानन में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस हत्या के विरोध में समुदाय विशेष के कुछ लोगों के वाहनों पर पथराव और आगजनी की घटना भी हुई थी। पीड़ित पक्ष के लोगों ने जीटी रोड जाम कर घंटों प्रदर्शन किया था।
झारखंड के सभी जिलों में भाजपा ने किया था प्रदर्शन
भारतीय जनता पार्टी ने इसे मॉब लिंचिंग करार देते हुए झारखंड के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन किया था। भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा दिल्ली से रांची पहुंच गए थे, वह रुपेश पांडे के परिजन से मिलने हजारीबाग जाने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए रांची एयरपोर्ट पर उन्हें रोक लिया था। झारखंड के सभी जिलों में भाजपा कार्यकर्ता कई दिनों तक कैंडल मार्च निकालकर हेमंत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे। घटना के बाद एक फिल्म निर्माता ने रुपेश पांडे के परिजनों को पांच लाख रुपये की मदद भी दी थी। यह मामला झारखंड में लगातार सुर्खियों में बना रहा। इस मामले में पुलिस ने कई आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
सुदिव्य कुमार ने लगाया आरोप- लाश पर राजनीति कर रही भाजपाउधर, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि रूपेश पांडेय की मौत पर भाजपा ने राजनीति की। लाश पर राजनीति की गई। राज्यपाल रमेश बैसे से भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनवाने गए थे, लेकिन वहां उन्होंने मॉब लिंचिंग विधेयक को हरी झंडी देने की मांग नहीं की। अगर वहां एक बार चर्चा कर लेते कि मॉब लिंचिंग से संबंधित विधेयक को स्वीकृति दे दी जाए, तो भविष्य के लिए बेहतर होता। रुपेश पांडे जैसी घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए यह विधेयक जरूरी है।
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