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Hazaribagh News: मुस्लिम युवक को जबरन राखी बंधवाने के बाद हिंदू मां-बेटी ने छोड़ा घर, फूफा के घर शरण

Jharkhand News झारखंड के हजारीबाग में विवाद थमता नजर नहीं आ रहा। पीड़िता ने कहा है कि जब तक सभी आरोपित गिरफ्तार नहीं होते घर नहीं लौटूंगी। बाल समिति को पीड़िता ने बताया कि केस वापस लेने का दबाव बनाया गया है। उधर मुख्य आरोपित ने सरेंडर कर दिया है।

By M EkhlaqueEdited By: Updated: Tue, 23 Aug 2022 10:19 PM (IST)
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Hazaribagh News: आरोपित वसीम को राखी बांधती पीड़िता व विधायक अंबा प्रसाद।
हजारीबाग, जागरण संवाददाता। Hazaribagh Viral Video Case हजारीबाग के सिरमा गांव में मुस्लिम युवकों को जबरन राखी बंधवाने के बाद नाबालिग पीडि़ता, बहन और उनकी विधवा मां ने गांव छोड़ दिया है। घर पर ताला लगा है। पूरा परिवार बड़कागांव के नापोखुर्द पंचायत अंतर्गत बरवनिया गांव में अपने फूफा हीरालाल साव के घर रह रहा है। घटना के बाद भयभीत पीडि़ता ने स्कूल जाना भी बंद कर दिया है। बाल संरक्षण समिति की टीम ने मंगलवार को पीडि़ता और स्वजनों से मुलाकात की। पीडि़ता ने कहा कि उस पर घटना के बाद ही केस को उठाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। कहा कि जब तक सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे गांव नहीं लौटेंगी। प्रशासन ने इन्हें सुरक्षा मुहैया कराई है, बावजूद परिवार खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा। बाल संरक्षण पदाधिकारी संजय कुमार ने प्रशासन को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के साथ ही कहा है कि सुनिश्चित करें कि नाबालिग की पढ़ाई बाधित न हो।

आरोपित मुखिया पुत्र वसीम ने किया सरेंडर

वहीं इस घटना के मुख्य आरोपित मुखिया पुत्र मो. वसीम अंसारी ने मंगलवार को दोपहर बाद पोस्को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस प्रकरण में दो आरोपितों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। पूरे प्रकरण में छह नामजद और 10 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया था। लगातार गहराते विवाद के बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आरोपित के परिजनों पर भी दबाव बनाया था। सिरमा अंजुमन सेक्रेटरी प्रो. फजरुद्दीन ने कहा था कि घटना से पूरा समाज शर्मिंदा है। 24 घंटे के अंदर मुख्य आरोपितों को सरेंडर करने को कहा गया था। वहीं अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। इनके घरों की कुर्की-जब्ती की भी तैयारी की जा रही है।

इस तरह समझिए क्या है मामला

पीडि़त परिवार मुस्लिम बहुल गांव सिरमा में रहता है। पीडि़ता पर आरोप लगा कि उसने पाकिस्तानी झंडा हटाया और वीडियो पोस्ट किया। दस अगस्त को कुछ लोग पीडि़ता के घर पहुंचे और जबरन दरवाजा खुलवा कर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। मारपीट की और घर से बाहर निकाल बारिश में उठक बैठक कराई। इसका वीडियो भी वायरल कर दिया गया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। पीडि़ता और उसकी मां ने थाने में आवेदन देकर मोहम्मद वसीम समेत अन्य पर मामला दर्ज करवाया। ङ्क्षहदू संगठनों ने मामले का विरोध किया तो 21 अगस्त को कांग्रेस की स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद पीडि़ता के घर पहुंचीं। आरोप है कि उन्होंने जबरन पीडि़ता से मुस्लिम युवकों को राखी बंधवाई। कहा, प्रशासन कब तक तुम्हारे साथ रहेगा। तुम्हें इन्हीं के साथ रहना है। इसका वीडियो जारी होने के बाद हिंदू संगठनों का विरोध और तेज हो गया है। इस घटना के बाद ही पीडि़त परिवार ने अपना घर छोड़ दिया है।

भाजपा वाले कर रहे राजनीति : अंबा प्रसाद

उधर, कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि सभी समुदाय के लोग चाहे हिंदू हों या मुस्लिम, शांति से जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, लेकिन भाजपा के लोग एक छोटी बच्ची और उसके परिवार का दुरुपयोग कर राजनीति की रोटी सेंक रहे हैं। बड़कागांव की जनता यह समझती है।

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