हजारीबाग वायरल वीडियो मामला: आज सरेंडर कर सकता है युवती को उठक बैठक कराने वाला मो. वसीम
Hazaribagh News झारखंड के हजारीबाग के बड़कागांव के सिरमा गांव में घर से निकाल युवती को उठक बैठक कराने का मुख्य आरोपित मुखिया पुत्र मोहम्मद वसीम आज कोर्ट में सरेंडर कर सकता है। क्या है वायरल वीडियो का पूरा मामला जानें...
By Sanjay KumarEdited By: Updated: Tue, 23 Aug 2022 08:16 AM (IST)
हजारीबाग, जासं। Hazaribagh News झारखंड के हजारीबाग के बड़कागांव के सिरमा गांव में घर से निकाल युवती को उठक बैठक कराने का मुख्य आरोपित मुखिया पुत्र मोहम्मद वसीम आज कोर्ट में सरेंडर कर सकता है। बताया जाता है कि लगातार गहराते विवाद के बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आरोपित के परिजनों पर भी दबाव बनाया था। 2 दिन पहले सदर विधायक मनीष जायसवाल के समक्ष ही परिजनों को 24 घंटे का समय भी समाज के लोगों ने दिया था। लेकिन परिजन किसी समझौते की उम्मीद में थे।
वहीं पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए घटना के दिन से ही मुख्य आरोपित मो. वसीम सभी 6 आरोपित फरार थे। अब समझौते के सभी दरवाजे बंद होता देख आज कोर्ट के समक्ष सभी सरेंडर कर सकते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की पकड़ से बचने के लिए मुख्य आरोपित मोहम्मद वसीम बिहार भाग गया था।
अंबा प्रसाद की पहल से राखी बंधवाने का बाद और बढ़ गया विवादपरिवार के लोगों को उम्मीद थी कि विधायक अंबा प्रसाद की पहल से राखी बंधवाए जाने के बाद विवाद सुलझ जाएगा। लेकिन, राखी बंधवाने के प्रकरण ने आग में घी का काम किया। पीड़िता और उसकी मां ने ही अंबा प्रसाद पर जबरन राखी बंधवाने और मुस्लिम युवकों के पैर छूने का आरोप मढ़ दिया। राखी बंधवाने का वीडियो वायरल हो गया। जिसके बाद इंटरनेट मीडिया पर विधायक अंबा प्रसाद की जमकर आलोचना लोगों ने कर दी।
मामले पर जमकर हुई राजनीतिभाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव भी इस मुद्दे पर कूद पड़े। पूरे मसले पर अंबा प्रसाद की पहल को सौहार्द का स्वांग रचना बताया। वहीं विधायक मनीष जायसवाल शुरू से इस मुद्दे पर मुखर रहे। लगातार पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पुलिस पदाधिकारियों से बात करते रहे। इसी का परिणाम था कि घटना के अगले ही दिन दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
घटना के बाद से ही पीड़िता ने डर से छोड़ दिया था स्कूलघटना 10 अगस्त की थी जिसमें, पीड़िता को पाकिस्तानी झंडा हटाने का विवादित वीडियो पोस्ट करने के बाद मुसीबत झेलनी पड़ी। मुस्लिम बहुल सिरमा गांव के कुछ युवक रात 8:00 बजे उसके घर पहुंच गए और जबरन दरवाजा खुलवा कर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। मारपीट की और घर से बाहर निकाल बारिश में उठक बैठक करवाया। इसका वीडियो भी इनके द्वारा ही वायरल कर दिया गया। जिसके बाद से विवाद बढ़ा। अगले ही दिन पीड़िता और उसकी मां के द्वारा थाने में आवेदन देकर मोहम्मद वसीम समेत अन्य लोगों पर मामला दर्ज करवाया था। घटना के बाद से पीड़िता इतनी डर सहम गई कि उसने स्कूल जाना तक छोड़ दिया। उसकी मां को गांव से पलायन का डर सताने लगा। अब भी वे बताती हैं कि जब तक सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती है तब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा।
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