HEC Ranchi: एचईसी के इंजीनियरों ने दो टूक कहा- 'कंपनी चलाना है या बंद करना, स्पष्ट करे प्रबंधक'
Ranchi HEC एचईसी के अधिकारियों का 13 माह का तो कर्मचारियों का करीब 8 माह का वेतन अभी बकाया है। इसको लेकर 500 इंजीनियरों ने एचईसी मुख्यालय गेट को पिछले दो दिनों से जाम कर दिया है। उनका कहना है कि प्रबंधक स्पष्ट करे कंपनी चलाना है या बंद करना।
By Jagran NewsEdited By: Sanjay KumarUpdated: Sat, 05 Nov 2022 10:37 AM (IST)
रांची, जासं। Ranchi HEC एचईसी के भविष्य को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। यहां काम करने वाले अधिकारियों से लेकर कर्मियों तक परेशान हैं। अधिकारियों का 13 माह का तो कर्मचारियों का करीब 8 माह का वेतन अभी बकाया है। अधिकारियों को दशहरा के बाद 15 दिनों का वेतन मिला था। इससे परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। दुकानदार सामान देने से भी कतराते लगे हैं। थक हार कर एचईसी में कार्यरत लगभग 500 इंजीनियरों ने एचईसी मुख्यालय गेट को पिछले दो दिनों से जाम कर दिया है। गुरुवार से धरना का कार्यक्रम जारी है।
कंपनी चलाना है या बंद करना, स्पष्ट करें प्रबंधक
धरना पर बैठे इंजीनियरों ने दो टूक शब्दों में कहा कि "कंपनी को चलाना है या बंद करना है प्रबंधन अपनी रणनीति स्पष्ट करें। साथ ही अस्थाई सीएमडी की नियुक्ति की जाए और वर्तमान में दोनों निदेशकों को हटाया जाए, बकाए वेतन का भुगतान भी जल्द किया जाए। ऐसा नहीं होने तक यह धरना जारी रहेगा"।
निदेशक का कहना- हमारे हाथ में कुछ भी नहीं
धरना पर बैठे एक इंजीनियर ने कहा कि यहां के दोनों निदेशक कहते हैं कि हमारे हाथ में कुछ नहीं है। आप लोग प्रभारी सीएमडी नलिन सिंघल से बात कीजिए और उनको इस कंपनी को लेकर लगता है जैसे कोई मतलब ही नहीं है। पिछले 3 वर्षों में तीन बार ही एचईसी आए हैं।धरना पर बैठने के कारण काम हो रहा है प्रभावित
एचईसी के इंजीनियरों के धरना पर बैठने के कारण एफएफपी, एचएमटीपी और एचएमबीपी में काम पिछले दो दिनों से ठप है। स्थायी कर्मी और ठेका श्रमिक काम पर तो आते हैं लेकिन अधिकारियों के नहीं रहने के कारण काम नहीं कर पा रहे हैं। इधर उधर भटकते रहते हैं । शनिवार की सुबह निर्देशक कार्मिक एमके सक्सेना ने वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी, लेकिन उस बैठक में समस्या का समाधान नहीं निकल सका।
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