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Hemant Soren के मामले में नया खुलासा, 22.61 करोड़ था 4.83 एकड़ जमीन का सर्किल रेट; मगर...

शुक्रवार को पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से जुड़े केस में जमीन घोटाले में गिरफ्तार हजारीबाग के डीड राइटर इरशाद रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस कोलकाता के डीड सर्चर तापस घोष व वाचमैन संजीत कुमार को ईडी ने पीएमएलए की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। अदालत के आदेश पर तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ईडी ने कोर्ट से तीनों आरोपितों की तीन दिनों की रिमांड की मांग की।

By Dilip Kumar Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Fri, 10 May 2024 10:01 PM (IST)
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Hemant Soren के मामले में नया खुलासा (File Photo)
राज्य ब्यूरो, रांची। Hemant Soren Land Scam Case Update: पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से जुड़े केस में जमीन घोटाले में गिरफ्तार हजारीबाग के डीड राइटर इरशाद, रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस कोलकाता के डीड सर्चर तापस घोष व वॉचमैन संजीत कुमार को ईडी ने शुक्रवार को पीएमएलए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया।

अदालत के आदेश पर तीनों को न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया गया है। ईडी ने कोर्ट से तीनों ही आरोपितों के लिए तीन दिनों की रिमांड का आग्रह किया है। ईडी की रिमांड पिटीशन पर सोमवार को सुनवाई होगी।

ईडी ने पीएमएलए की विशेष अदालत में ये बताया

ईडी ने पीएमएलए की विशेष अदालत को बताया है कि तीनों ने जालसाजी कर रांची के बड़े भूखंडों के मूल दस्तावेज में हेराफेरी कर खरीद-बिक्री की है। इसमें बड़गाईं अंचल के गाड़ी मौजा में चेशायर होम रोड 4.83 एकड़ जमीन भी शामिल है।

मूल दस्तावेज के अनुसार यह जमीन सीएनटी एक्ट की प्रतिबंधित श्रेणी की जमीन है, जिसकी खरीद-बिक्री नहीं हो सकती है। जमीन के असली रैयत जीतुआ भोग्ता पिता तेतरा भोग्ता थे।

हजारीबाग के मुंशी डीड राइटर इरशाद ने उक्त 4.83 एकड़ जमीन के मूल दस्तावेज में हेराफेरी कर रैयत का नाम बदलकर समरेंद्र चंद्र घोषाल व जितेंद्र चंद्र घोषाल कर दिया।

रैयत का नाम बदलकर प्रतिबंधित श्रेणी की जमीन को जेनरल जमीन बना दिया और उसका सौदा कर दिया। पंजी टू के वाल्यूम एक के पेज संख्या 139 पर यह हेराफेरी की गई, जिसे ईडी ने जांच के दौरान पकड़ा है।

फर्जी डीड बना की खरीद-बिक्री

ईडी ने कोर्ट को बताया है कि जालसाजों ने चेशायर होम रोड की जिस 4.83 एकड़ जमीन का जाली कागजात तैयार कर जेनरल बनाया, उसका सर्किल रेट 468291 रुपये प्रति डिसमिल है। इस प्रकार उक्त जमीन की कीमत 22 करोड़ 61 लाख रुपये है।

इस जमीन के जाली कागजात तैयार करने में बड़गाईं अंचल का राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, जमीन कारोबारी विपिन सिंह, अफसर अली, शेखर कुशवाहा, सद्दाम हुसैन, प्रियरंजन सहाय शामिल थे। सभी आरोपित फिलहाल न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं।

कौन आरोपित कहां का है निवासी

- तापस घोष : 44 साल का तापस घोष पश्चिम बंगाल के हुगली स्थित मधुरपुर का निवासी है। वह रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस कोलकाता में डीड सर्चर के पद पर कार्यरत था।

- संजीत कुमार : 40 साल का संजीत कुमार पश्चिम बंगाल के उत्तर रजिस्ट्री कार्यालय कोलकाता स्थित 5 गवर्नमेंट प्लेस, जीपीओ कोलकाता का निवासी है। वह रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस कोलकाता में नाइट गार्ड के पद पर कार्यरत था। संजीत मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के ओखरा स्थित रामनगर का निवासी है।

- इरशाद : 41साल का इरशाद हजारीबाग के रीफार्मेटरी स्कूल मराई कालान स्थित मंडाई कला का निवासी है। यह हजारीबाग में मुंशी है और डीड लिखने का काम करता था।

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