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आज रांची लौट रहे हैं हेमंत सोरेन, ईडी की कार्रवाई पर कहा- सात घंटे की पूछताछ में पहले ही दे चुका हूं जवाब

रांची के जमीन घोटाला मामले में पूछताछ को लेकर सोमवार को ईडी के अधिकारी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पहुंच गए। हालांकि हेमंत सोरेन आवास पर नहीं मिले। ईडी की टीम वहां 13 घंटे तक डटी रही हेमंत का इंतजार करती रही। इसके बाद वहां के ड्राइवर व अन्य स्टाफ को लेकर ईडी के अधिकारी उन्हें ढूंढने दिल्ली में एक-दो संभावित स्थानों पर भी पहुंचे।

By Jagran News Edited By: Arijita Sen Updated: Tue, 30 Jan 2024 08:55 AM (IST)
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झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को सोमवार को मेल से भेजे गए अपने पत्र में राजनीतिक षडयंत्र के तहत कार्रवाई करने और अपने अधिकारों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।

ईडी के सवालों का कोई आधार नहीं: मुख्‍यमंत्री

मुख्यमंत्री ने ईडी को लिखा है कि 20 जनवरी को सात घंटे की पूछताछ में आपने किसी प्रकार की कोई पूछताछ नहीं की, जो मेरे विरुद्ध ईसीआइआर-आरएनजेड 025/2023 में रजिस्टर्ड किया गया है।

सिर्फ अनुमान के आधार पर गलत तरीके से रांची के बड़गाईं क्षेत्र की जमीन को लेकर सवाल किए गए, जिसका दूर-दूर तक उनसे कोई संबंध नहीं है। ईडी के सवालों और पूछताछ का कोई आधार नहीं है।

राजनीतिक एजेंडा के तहत हो रही कार्रवाई: सीएम

ईडी के सहायक निदेशक को संबोधित करते हुए सीएम ने लिखा है कि आप यह जानते हैं कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र होना है और इसके अलावा कई प्रकार की व्यस्तता रहती हैं। इस परिस्थिति में आपका आगे का बयान दर्ज करने का दबाव 31 जनवरी तक है।

यह राजनीतिक एजेंडा के तहत की गई कार्रवाई प्रतीत होती है। इसके जरिये ईडी राज्य सरकार के कामकाज को प्रभावित करना चाहती है और जनता द्वारा निर्वाचित सरकार को उसके दायित्वों से विमुख करना चाहती है। सीएम ने आगे लिखा है कि ईडी 31 जनवरी को दोपहर एक बजे उनके आवास पर उनका बयान दर्ज करने के लिए आ सकती है।

सारे सवालों का दिया तो है जवाब: सीएम सोरेन

स्वयं पर लगाए गए आरोपों के संबंध में सीएम ने लिखा है कि 20 जनवरी को सात घंटे की पूछताछ में उनसे 17-18 प्रश्न पूछे गए थे। सभी का जवाब उन्होंने दे दिया। जो भी सवाल पूछे गए उनमें से अधिसंख्य उनके द्वारा चुनाव के समय सौंपे गए शपथपत्र में दी गई जानकारी से संबंधित थे।

तीन-चार प्रश्न रांची के बड़गाईं के एक प्लाॅट से संबंधित थे, जिसके संबंध में ईडी द्वारा गलत आरोप लगाए गए हैं कि वह उनका है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उक्त जमीन भुइंहरी (आदिवासी) प्रकृति की है, जिसकी खरीद-बिक्री नहीं हो सकती। उक्त जमीन पांच दशकों से एक पाहन परिवार की है।

यह स्पष्ट है कि उक्त भूमि से संबंधित सभी सवाल गलत है, जिन्हें पूछा जाना समय की बर्बादी है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा कि ईडी ने वर्ष 2018 से 2022 के बीच सोहराई भवन और सोहराई इवेंट्स के बैंक एकाउंट में कैश जमा होने को लेकर पूछताछ की थी। दोनों उनकी पत्नी द्वारा स्वतंत्र रूप से संचालित किए जाते हैं।

घर में न होने का मतलब फरार नहीं

समाचार एजेंसी पेट्र के अनुसार मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के परिवार के एक सदस्‍य ने कहा है कि ये राजनीतिक प्रतिशोध है। उनके घर में न होने का मतलब यह नहीं है कि वह फरार हैं। अगर कोई अपने घर पर नहीं है तो वह कहीं और हो सकता है। यह समन है, कोई वारंट नहीं है कि उन्‍हें मौजूद रहना होगा। वह दिल्‍ली में हैं, मंगलवार को रांची पहुंचेंगे। 

देर रात तक मुख्यमंत्री आवास में जमे रहे विधायक

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों का आगमन सोमवार को दोपहर से ही हो गया था। इस दौरान राज्य सरकार के कई मंत्री भी आवास में आते-जाते रहे।

सुबह में जैसे ही यह सूचना आई कि ईडी के अधिकारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे हैं, विधायकों ने अपने-अपने स्तर से पार्टी के नेताओं से संपर्क किया। तत्काल गठबंधन के घटक दलों के रणनीतिकार भी सक्रिय हुए।

सूचना दी गई कि तत्काल सारे विधायक रांची पहुंचे। इसके बाद देर शाम सत्ताधारी विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें हर परिस्थिति में एकजुट रहने का संकल्प लिया गया।

इधर, मंगलवार को दो बजे फिर सत्ताधारी विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें 31 जनवरी को ईडी के स्तर से होने वाली पूछताछ को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इधर, देर रात तक कई विधायक सीएम हाउस में ही डटे रहे। इनमें से अधिसंख्या झामुमो के विधायक थे।

प्रोटोकाल तोड़कर कहां गए मुख्यमंत्री, राज्यपाल लें संज्ञान : बाबूलाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि ईडी की पूछताछ के डर से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली स्थित आवास से फरार होकर भूमिगत हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि सूत्रों के मुताबिक उनके साथ दिल्ली गए स्पेशल ब्रांच के सुरक्षाकर्मी अजय सिंह भी गायब हैं। दोनों का मोबाइल भी बंद है। ईडी और दिल्ली पुलिस उन्हें तलाश रही है।

मुख्यमंत्री की सुरक्षा के साथ इतनी बड़ी लापरवाही का कोई दूसरा उदाहरण नहीं हो सकता। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन इसका संज्ञान लें और कानून का राज कायम रखने के लिए समुचित कदम उठाएं।

सीएम से लगातार हो रहा संपर्क, भाजपा फैला रही अफवाह : झामुमो

झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार झामुमो कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं। वह 31 को पूछताछ करने के लिए भी ईडी को पत्र लिख चुके हैं। भाजपा उनके संबंध में अफवाह फैला रही है।

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