Hemant Soren ने खेला 'आदिवासी कार्ड', ईडी अफसरों के खिलाफ FIR से 5 प्वाइंट में समझें सारी बात
Hemant Soren झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गिरफ्तार की तलवार लटकने की खबरों के बीच ईडी के अफसरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराए जाने की सूचना है। इस एफआईआर के माध्यम से हेमंत सोरेन ने ईडी के अधिकारियों पर कई आरोप लगाए हैं। सीएम सोरेन ने कहा है कि कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई है।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी गिरफ्तार कर सकती है। ऐसी सूचना ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है। इस बीच सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी तरफ से ईडी के कुछ अफसरों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराई है।
सियासी गलियारों में चर्चा है कि हेमंत सोरेन ने एफआईआर के माध्यम से आदिवासी कार्ड खेला है। बहारहाल, जो भी हो आइए आपको 10 प्वाइंट में बताते हैं कि सीएम सोरेन ने एफआईआर में क्या कुछ कहा है।
1. इनके खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर
- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के एससी-एसटी थाने में ईडी के अधिकारी कपिल राज, देवब्रत झा, अनुपम कुमार, अमन पटेल व अन्य अज्ञात के विरुद्ध बुधवार को एससी-एसटी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है। ये सभी अधिकारी ईडी के जोनल कार्यालय रांची से संबंधित हैं।
2. हेमंत सोरेन ने क्या-क्या लिखा
- उन्होंने लिखा है कि ईडी के अधिकारियों ने उन्हें 29 से 31 जनवरी तक रांची में रहने के लिए कहा था।
- इसी बीच उनके दिल्ली स्थित आवास पर उनकी अनुपस्थिति में बिना पूर्व सूचना के छापेमारी कर दी गई।
- सोरेन ने एफआईआर में कहा है कि वह अनुसूचित जनजाति से आते हैं, लेकिन ईडी के उक्त अधिकारियों में से एक भी अधिकारी एससी-एसटी अधिनियम से संबंधित नहीं था।
- सोरेन ने कहा कि ईडी के इस झूठे, बनावटी कृत्य से वह मानसिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित हुए हैं। वह आहत हैं।
- ईडी के उपरोक्त अधिकारियों के माध्यम से मीडिया में भ्रम फैलाकर उन्हें जनता के बीच बदनाम करने की कोशिश की गई है।
3. सीएम ने दिल्ली में होने का ब्यौरा भी दिया
- मुख्यमंत्री की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में उनके दिल्ली में होने का ब्यौरा भी दर्ज है। सीएम ने लिखा है कि 27 और 28 जनवरी को वह दिल्ली गए थे। वहां वह 5/1 शांति निकेतन में ठहरे थे।
- यह परिसर झारखंड सरकार ने लीज पर लिया है। यह आवास व कार्यालय उनके उपयोग के लिए लिया गया है।
- सीएम ने बताया है कि 29 जनवरी को उन्हें सूचना मिली कि उपरोक्त अधिकारियों ने उक्त आवासीय परिसर में सर्च अभियान चलाया। उक्त छापामारी बिना किसी नोटिस के हुई थी। इसके बाद उक्त अधिकारियों ने उन्हें 29 व 31 को रांची में रहने के लिए कहा था।
- सीएम ने यह भी कहा कि मीडिया के माध्यम से 30 जनवरी को ईडी की दिल्ली स्थित झारखंड भवन, मुख्यमंत्री आवास में छापामारी के समाचार देखे थे। इस दिन वह रांची आए थे।
4. कार और नकदी पर दी सफाई
- मुख्यमंत्री सोरेन ने एफआईआर में कहा है कि दिल्ली में छापामारी के माध्यम से उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई। मीडिया में उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया गया।
- उन्होंने कहा है कि दिल्ली स्थित उनके परिसर में एक बीएमडब्ल्यू कार और भारी मात्रा में नकदी बरामद होने की बात कही गई। सोरेन ने कहा कि यह कार उनकी नहीं है।
5. आदिवासी समुदाय का होने के कारण किया बदनाम
- सीएम सोरेन ने एफआईआर में कहा है कि वह कार उनकी है ही नहीं। वे आदिवासी समुदाय से आते हैं, इसलिए उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई।
- उन्होंने एससी-एसटी थाने में आवेदन देकर उपरोक्त अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई का आग्रह किया है।
- सीएम सोरेन के आवेदन पर रांची के एससी-एसटी थाने में कांड संख्या 06/2024 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
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