Hemant Soren Result: इस बार बरहेट में कांटे की टक्कर, क्या हेमंत सोरेन बचा पाएंगे अपनी सीट? दिलचस्प है मुकाबला
Hemant Soren Seat Result बरहेट विधानसभा सीट पर 23 नवंबर को परिणाम आने वाला है। इस सीट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी चुनाव लड़ रहे हैं। बरहेट में उनके खिलाफ भाजपा के गमालियल हेम्ब्रम मैदान में हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में वह तीसरी बार काम कर रहे हैं। उनका जन्म 10 अगस्त 1975 को झारखंड के रामगढ़ जिले में हुआ था।
डिजिटल डेस्क, रांची। Barhait Vidhan Sabha Result: शनिवार 23 नवंबर को झारखंड की 81 सीटों पर रिजल्ट आने वाला है। इन सीटों में एक हॉट सीट है बरहेट की सीट, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। दरअसल, बरहेट वह सीट है, जहां से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनावी मैदान में हैं। इस बार इस सीट से हेमंत सोरेन के सामने भारतीय जनता पार्टी से गमालियल हेम्ब्रम हैं। इस बार बरहेट में बेहद ही दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है।
हेमंत सोरेन का सियासी सफर
- हेमंत पहली बार विधानसभा चुनाव 2005 में दुमका सीट से लड़े
- लेकिन जेएमएम के बागी स्टीफन मरांडी से उन्हें शिकस्त मिली।
- इसके बाद विधानसभा चुनाव 2009 में उन्होंने जीत दर्ज की।
- फिर 13 जुलाई 2013 से 28 दिसंबर 2014 तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे।
- मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल 1 साल 168 दिन का रहा।
- 2014 के चुनाव में हेमंत सोरेन बरहेट से विधायक बने लेकिन सरकार नहीं बना पाए।
- 2019 में फिर से हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट से जीत दर्ज की और प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
- हेमंत सोरेन झारखंड के तीन बार के मुख्यमंत्री रहे हैं और राज्य के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार से आते हैं।
- उनके पिता शिबू सोरेन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो हैं।
जमीन घोटाले के आरोप में में गए थे जेल
लेकिन 2023 में जमीन घोटाले में उनका नाम आने के बाद प्रदेश की सियासी और झामुमो परिवार में जैसे भूचाल आ गया। इस कारण उन्हें 31 जनवरी 2024 को ईडी द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया, अपनी गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। कानूनी लड़ाई के बाद 28 जून 2024 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली और वे जेल से बाहर आए। जेल से बाहर आने के एक हफ्ते के अंदर एक बार फिर से हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हेमंत के जेल जाने के बाद चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।
हेमंत सोरेन की पढ़ाई
1975 को जन्मे हेमंत ने पटना माध्यमिक स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की और बाद में रांची में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा में दाखिला लिया, लेकिन पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। फिर वह राजनीति में उतर गए।बरहेट सीट की प्रमुख बातें
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित यह विधानसभा क्षेत्र दुमका और साहिबगंज रोड पर स्थित है। पहाड़ों और जंगलों से घिरा यह इलाका माल पहाड़ी और संथाली समुदाय के लोगों का निवास है। इस इलाके के लोग पहाड़ी क्षेत्र में भी फसल उगाने के लिए मशहूर हैं। 2011 की जनगणना के तहत 130,227 आबादी है।
इसमें से ज्यादातर आबादी ग्रामीण इलाके में निवास करती है। इस इलाके की पहाड़ियों में बहता मोती झरना पर्यटकों के लिए सुकून पाने की प्रमुख जगहों में शामिल है। इस इलाके पाए जाने वाले पहाड़ी जीवाश्मों के संग्रह के लिए जीवाश्म पार्क का निर्माण भी किया गया है।
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