'हेमंत सोरेन चाहते थे 8.5 एकड़ भूमि पर...', ED ने इस 'मंसूबे' पर फेरा पानी; 10 दिन की पूछताछ में खुला राज
जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने दस दिन की रिमांड पूरी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सोमवार को रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में प्रस्तुत किया। ईडी ने कोर्ट से और चार दिनों तक हेमंत सोरेन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की अनुमति मांगी। ईडी ने कोर्ट में बताया कि हेमंत सोरेन रिमांड पर पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने दस दिन की रिमांड पूरी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सोमवार को रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में प्रस्तुत किया। ईडी ने कोर्ट से और चार दिनों तक हेमंत सोरेन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की अनुमति मांगी। ईडी ने कोर्ट में बताया कि हेमंत सोरेन रिमांड पर पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
वे अपनी अर्जित संपत्ति से संबंधित तथ्यों को भी छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। ईडी के रिमांड आवेदन पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने और तीन दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी है। ईडी ने कोर्ट में दिए रिमांड आवेदन में बताया है कि आर्किटेक्ट विनोद सिंह व हेमंत सोरेन के बीच वाट्सएप चैट से संबंधित 539 पेज निकाला गया था। इसके बाद और 201 नए चैट से संबंधित पन्ने निकाले गए हैं।
वॉट्सएप चैट का अध्ययन किया गया है। इसमें विनोद सिंह ने छह अप्रैल 2021 को हेमंत सोरेन को एक प्रस्तावित मैप शेयर किया था जो बैंक्वेट हाल से संबंधित था। उक्त मैप से यह स्पष्ट हुआ है कि हेमंत सोरेन बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन पर बैंक्वेट हाल बनवाना चाहते थे। जितनी जमीन व जिस लोकेशन पर बैंक्वेट हाल का प्लान तैयार था, उतनी जमीन 8.5 एकड़ के अलावा उस इलाके में दूसरी कोई नहीं है।ईडी ने 10 फरवरी 2024 को उक्त भूखंड का भौतिक सत्यापन कराया। इस मौके पर बड़गाईं के अंचलाधिकारी, अंचल अमीन, आर्किटेक्ट विनोद सिंह, तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद भी मौजूद थे।