'झारखंड का बंटवारा हुआ तो छोड़ दूंगा नौकरी', DSP ने खुलेआम दे दी वॉर्निंग
डीएसपी किशोर कुमार रजक ने एक्स पर लिखा कि झारखंड का विभाजन हुआ तो नौकरी छोड़कर आंदोलनकारी बन जाएंगे। डीएसपी का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इससे पहले भी वह विवादित बयान को लेकर चर्चा में आते रहे हैं। खूंटी में पदस्थापन के दौरान डीएसपी पर ट्रांसफर-पोस्टिंग पर पक्षपातपूर्ण बयान देने का आरोप लगा था जिसके बाद कार्यवाही भी हुई थी।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड पुलिस के डीएसपी किशोर कुमार रजक ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है कि अगर झारखंड का विभाजन हुआ तो वे नौकरी छोड़कर आंदोलनकारी बन जाएंगे। उनका यह बयान इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। पहले भी डीएसपी अपने विवादित बयान के चलते चर्चा में रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, खूंटी में पदस्थापन के दौरान उन पर ट्रांसफर-पोस्टिंग पर पक्षपातपूर्ण बयान देने का आरोप लगा था, जिसके कारण उनके खिलाफ गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग में विभागीय कार्यवाही भी चली थी।
डीएसपी किशोर कुमार रजक ने एक्स पर क्या कुछ लिखा
माननीय सांसद निशिकांत दुबे जी ने, झारखंड के संथाल परगना को बिहार एवं बंगाल के कुछ जिलों के साथ मिलाकर केंद्र-शासित प्रदेश बनाने की मांग की है। यकीनन यह मांग बेहद गंभीर,असामान्य एवं अस्वीकार्य है।
ध्यान रहे, संसद को नए राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के गठन करने का अभिन्न अधिकार…
— Kishore Kumar Rajak (@dspkishor) July 29, 2024
इस बार उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड के संताल परगना को बिहार एवं बंगाल के कुछ जिलों के साथ मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश की मांग की है। यकीनन यह मांग बेहद गंभीर, असामान्य व अस्वीकार्य है।
उन्होंने आगे यह भी लिखा कि संसद को राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के गठन का अभिन्न अधिकार है। संसद को राज्यों की सीमा में भी परिवर्तन करने का निर्णायक अधिकार प्राप्त है। यदि झारखंड का विभाजन हुआ तो वे नौकरी छोड़कर एकीकृत झारखंड के लिए आंदोलनकारी बन जाएंगे।
डीएसपी ने लिखा कि अलग राज्य के लिए 88 वर्षों का संघर्ष, लाखों लोगों की कुर्बानी और हजारों बलिदानियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। जहां तक झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी में परिवर्तन की बात है तो वे जल्द ही एक वीडियो बनाएंगे।
हमारे रग-रग में झारखंड प्रेम- DSP किशोर कुमार रजक
उन्होंने आगे यह लिखा कि वे वचन देते हैं कि तर्क, तथ्य और आंकड़ों से 100 प्रतिशत भ्रम दूर करने में वे कामयाब रहेंगे। उनके रग-रग में झारखंड के प्रति प्रेम है, इसलिए कोई भी झारखंड के विभाजन की बात करेगा तो वे अपनी प्रतिक्रिया जरूर देंगे।
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