Jharkhand Education: IIM रांची का दीक्षा समारोह कल, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा रहेंगे उपस्थित, 305 छात्रों को मिलेंगे पदक
Jharkhand Education News रांची के पुंदाग स्थित आइआइएम रांची का 10वां दीक्षा समारोह गुरुवार को होगा। दीक्षा समारोह में चार प्रोग्राम के अंतर्गत कुल 305 छात्र शामिल होंगे। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जनजातीय कार्य मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा उपस्थित रहेंगे।
रांची, जासं। Jharkhand Education News भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम), रांची का 10वां दीक्षा समारोह गुरुवार को होगा। पुंदाग स्थित आइआइएम, रांची के स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित दीक्षा समारोह का शुभारंभ अपराह्न 3 बजे से होगा। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जनजातीय कार्य मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम का आयोजन आनलाइन एवं आफलाइन दोनों माध्यमों में किया जाएगा।
प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 'बोर्ड आफ गर्वनर चेयरमेन मेडल'
दीक्षा समारोह में चार प्रोग्राम के अंतर्गत कुल 305 छात्र शामिल होंगे। जिनमें एमबीए में 203, एमबीए-एचआर में 72, एक्जिक्यूटिव एमबीए में 24 एवं पीएचडी के छह विद्यार्थी शामिल होंगे। एमबीए, एमबीए-एचआर एवं एक्जिक्यूटिव एमबीए के तहत प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 'बोर्ड आफ गर्वनर चेयरमेन मेडल', द्वितीय स्थान पर आने वाले को 'डायरेक्टर्स मेडल' एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले उत्तीर्ण विद्यार्थियों को 'प्रोग्राम चेयरपर्संस मेडल' दिए जाएंगे। वहीं, पीएचडी छात्रों के बीच उपाधि प्रमाण पत्र एवं अन्य विद्यार्थयों में योग्यता प्रमाण पत्र एवं पदकों का वितरण किया जाएगा।
बताया गया कि एकेडमिक प्रोसेसन के बाद दीप प्रज्जवलित कर दीक्षा समारोह का शुभारंभ किया जाएगा। सरस्वती वंदना एवं राष्ट्रगीत के पश्चात निदेशक द्वारा स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुति की जाएगी। उसके बाद उत्तीर्ण विद्यार्थियों के बीच उपाधि प्रमाण पत्र, योग्यता प्रमाण पत्र एवं पदकों का वितरण किया जाएगा।
इसी साल पुरानी बिल्डिंग से नई बिल्डिंग में शिफ्ट हुआ है आइआइएम
आई आई एम रांची पुरानी बिल्डिंग में चल रहा था। इसी साल जनवरी में इसे पुनदाग स्थित नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। 60.4 एकड़ में पूरा परिसर फैला हुआ है। परिसर में कुल 14 बड़ी बिल्डिंग हैं। इसमें विश्व स्तर की लाइब्रेरी भी है जिसमें करीब 60 लाख से अधिक पुस्तकें हैं। साथ ही बिरसा मुंडा रिसर्च सेंटर भी खोला गया है।