कश्मीर में रेल सुरंग के लिए सीएमपीडीआइ का सर्वे सफल
कश्मीर में चल रही रेल परियोजनाओं में सीएमपीडीआइ भी अहम भूमिका निभा रहा है।
जागरण संवाददाता, रांची : कश्मीर में चल रही रेल परियोजनाओं में सीएमपीडीआइ भी अहम भूमिका निभा रहा है। रेलवे की ओर से कश्मीर में रेल परियोजनाओं के विस्तार का काम किया जा रहा है। यह काम जोरों पर चल रहा है। रेल परियोजना के तहत काम कर रही इरकान कंपनी के लिए उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिक (यूएसबीआरएल) के कटरा-बनिहाल सेक्शन में जायरोस्कोपिक सर्वेक्षण को सीएमपीडीआइ ने सफलतापूर्वक निष्पादित कर लिया है। जायरोस्कोपिक सर्वेक्षण सुरंग बनाने के पूर्व किया जाता है। यह कोलमाइंस में पारंपरिक सर्वेक्षण से अलग हटकर है। इस सर्वेक्षण की सफलता ने सीएमपीडीआइ के लिए नए आयाम को जोड़ दिया है। इस परियोजना के लिए सीएमपीडीआइ ने अत्याधुनिक डीएमटी मेक जायरोमैट 3000 सर्वेक्षण उपकरण का इस्तेमाल किया।
सुरंग निर्माण में योजना के अनुसार संरेखन (एलाइनमेंट) रखना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि सुरंग खंडों के विभिन्न छोर निर्दिष्ट स्थानों पर ही मिलें। यह काम काफी थकाऊ होता है क्योंकि सुरंग जमीन के अंदर नीचे खोदी जाती है। डिजाइन के अनुसार सुरंग के संरेखन पर नियंत्रण रखने के लिए मेसर्स इरकान ने सामान और अन्य परिष्कृत उपकरणों का उपयोग करने के बाद जायरो सर्वेक्षण का काम सीएमपीडीआइ को सौंपा था। सीएमपीडीआइ ने 27 जनवरी से दो फरवरी तक यूएसबीआरएल के कटरा-बनिहाल खंड में चार सुरंगों में 18 स्थानों पर गायरो एजीमुथ के निर्धारण के लिए जायरोस्कोपिक सर्वेक्षण को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया है। भारत सरकार की ऐसी प्रतिष्ठित रेलवे परियोजना का हिस्सा बनने पर न केवल सीएमपीडीआइ बल्कि होल्डिग कम्पनी कोल इंडिया के लिए भी यह गौरव का क्षण है। यह एक संस्थान की तकनीकी उत्कृष्टता का एक उदाहरण है।