Indian Railways: सांतरागाछी-अजमेर एक्सप्रेस के एलएचबी कोच रेक में होगा परिवर्तन; यात्रियों को होगी ये सुविधा
Indian Railways Update सांतरागाछी – अजमेर – सांतरागाछी एक्सप्रेस ट्रेन के पारंपरिक रेक को एलएचबी कोच रेक में परिवर्तित किया जाएगा। इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को यह सुविधा 16 दिसंबर से मिलने लगेगी। यात्रियों को इससे क्या सुविधा मिलेगी जानें...
रांची, जासं। Indian Railways Update यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन संख्या 18009 /18010 सांतरागाछी – अजमेर – सांतरागाछी एक्सप्रेस ट्रेन (वाया मुरी) के पारंपरिक रेक को एलएचबी कोच रेक में परिवर्तित किया जाएगा। इससे यात्रियों को ट्रेन में सफर करने सहूलियत होगी। रेलवे लगातार पारंपरिक रेक को एलएचबी कोच रेक में परिवर्तन करने का काम कर रहा है।
ट्रेन संख्या 18009 सांतरागाछी – अजमेर एक्सप्रेस ट्रेन (वाया मुरी),16 दिसंबर से पारंपरिक रेक के स्थान पर एलएचबी कोच रेक में परिवर्तित होकर सांतरागाछी से चलेगी। वहीं ट्रेन संख्या 18010 अजमेर – सांतरागाछी एक्सप्रेस ट्रेन (वाया मुरी) 18 दिसंबर से पारंपरिक रेक के स्थान पर एलएचबी कोच रेक में परिवर्तित हो कर अजमेर से चलेगी।
इन ट्रेनों में पारंपरिक कोच रेक से एलएचबी परिवर्तित कोच रेक का कोच संयोजन इस प्रकार है...
जनरेटर यान का 2 कोच, सामान्य श्रेणी के 2 कोच, द्वितीय श्रेणी स्लीपर के 10 कोच, वातानुकूलित 3-टियर के 6 कोच एवं वातानुकूलित 2-टियर का 2 कोच, कुल 22 कोच होंगे। एलएचबी रेक के कोच पहले की तुलना में ज़्यादा आरामदेह है | इसमें सीट, चार्जिंग पॉइंट, पंखे एवं ब्रेक प्रणाली पहले की तुलना मे ज़्यादा उच्च गुणवत्ता के है।
इससे लोगों को क्या-क्या सुविधा मिलेगी
एलएचबी कोच ज्यादा आरामदेह होता है। इसमें आवाज ज्यादा परेशान नहीं करेगी। इसका साउंड लेवल 60 डेसीबल का होता है जबकि आईसीएफ कोच का साउंड लेबल 100 डेसीबल होता है। एलएचबीकोच में दो डिब्बे अलग तरह से कपलिंग की जाती है कि दुर्घटना होने पर डिब्बे एक के ऊपर एक न चढ़ें।
आमतौर पर दुर्घटना में आईसीएफ कोच के डिब्बे एक के ऊपर एक चढ़ जाते है और जान-माल का ज्यादा नुकसान होता हैं। इसका ब्रेकिंग सिस्टम भी ज्यादा अच्छा होता है। एलएचबी कोच में एंटी टेलीस्कोपिक सिस्टम होता है इस कारण कोच आसानी से पटरी से नहीं उतर पाते। वहीं, दूसरी ओर इसके कोच स्टेलनेस स्टील और एल्यूमिनियम के बने होते है। जबकि आईसीएफ कोच माइल्ड स्टील के बने होते है जो ज्यादा झटके बर्दास्त कर पाते हैं।