Rail Roko Andolan: 20 जगहों पर ट्रेन रोकने की तैयारी, सभी पैसेंजर-एक्सप्रेस ट्रेनें 4 घंटे तक रुकी रहेंगी
Rail Roko Andolan Indian Railways News भारतीय रेल पूरी तरह अलर्ट मोड में है। चार घंटे तक पैसेंजर एक्सप्रेस और मालगाडि़यों के रोकने और यात्री सेवाएं ठप करने की आशंका को लेकर रांची रेल डिविजन ने पूरे महकमे को सतर्क कर दिया है।
रांची, जेएनएन। Rail Roko Andolan भारतीय रेल पूरी तरह अलर्ट मोड में है। चार घंटे तक पैसेंजर, एक्सप्रेस और मालगाडि़यों के रोकने और यात्री सेवाएं ठप करने की आशंका को लेकर रांची रेल डिविजन ने पूरे महकमे को सतर्क कर दिया है। रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघ अपनी योजनाबद्ध 'रेल रोको' के लिए झारखंड से चलने या राज्य से होकर गुजरने वाली यात्री, एक्सप्रेस और मालगाड़ी ट्रेनों की आवाजाही में चार घंटे का व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं। किसान संगठनों के गुरुवार को प्रस्तावित रेल रोको अभियान के चलते गश्ती बढ़ा दी गई है।
ऐसे में रांची रेल डिवीजन के अधिकारी किसान संघ और प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि रेलवे ने अपने आरपीएफ, विशेष पुलिस बल इकाइयों और सरकारी रेलवे पुलिस कर्मियों को पूरी तरह अलर्ट पर रखा है। रेल पटरियों पर गश्त तेज कर दी गई है। मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों ने घोषणा की कि वे रेल रोको के जरिये ग्रैंड कॉर्ड, मेन और लूप लाइनों के साथ प्रमुख मार्गों में कम से कम झारखंड में 20 स्थानों पर रेलवे यातायात को बाधित करने योजना बना रहे हैं।
इस बीच, रांची डिवीजन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उन्हें आंदोलन स्थलों के बारे में आधिकारिक तौर पर सूचित नहीं किया गया है। लेकिन दोपहर 12 से 4 बजे के बीच नामकुम और टाटीसिल्वे रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शनकारियों के भारी जमावड़े के बारे में खुफिया सूचना मिली है। प्रदर्शनकारियों के रांची से मुरी और टाटानगर से बरकाकाना तक रेल यातायात को ठप करने के लिए मानव श्रृंखला बनाने की संभावना है। इससे नई दिल्ली, हावड़ा और पटना के लिए प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों की आवाजाही ठप हो जाएगी। रांची के नामकुम-टाटीसिल्वे दो स्टेशनों के अलावा, सुइसा-तिरुलडीह और मुरी-चांडिल रेल खंडों के बीच ट्रेन सेवाएं बाधित की जा सकती है। रेल अधिकारियों ने कहा कि रेल रोको से हटिया-ओरगा रेलखंड के मुक्त रहने की संभावना है।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चक्रधरपुर डिवीजन में चक्रधरपुर और घाटशिला रेलवे स्टेशनों पर व्यवधान की पूरी संभावना है। यहां कोई भी व्यवधान दक्षिणी और पश्चिमी भारत में रेलवे की गतिविधियों को पंगु बना देगा। इसके लिए हमने अपने सभी रेलवे स्टेशन मास्टर और बीट गश्ती अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है। लगभग 2100 आरपीएफ जवानों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। पटरियों पर गश्त के साथ-साथ जरूरी कदम भी उठाए गए हैं।
रांची डिवीजन के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा कि रांची और चक्रधरपुर डिवीजनों के अलावा, हावड़ा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाली ग्रैंड कॉर्ड लाइन पर धनबाद, गिरिडीह और कोडरमा स्टेशनों पर आठ स्थानों पर रेल सेवाएं बाधित करने की उम्मीद है। हालांकि अब तक किसान संगठनों से इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। हमारी ओर से उन्हें रेल पटरियों से बाहर रखने की फुलप्रूफ तैयारियां की गई हैं। हम कोशिश करेंगे कि आंदोलन के चलते ट्रेन परिचालन में बाधा न आए। हम लोको पायलटों और इंजनों को भी सुरक्षित रखने के लिए रिजर्व कर रहे हैं।
झारखंड राज्य किसान सभा के महासचिव सुरजीत सिन्हा ने साहिबगंज में कहा कि मेन लाइन, ग्रांड कॉर्ड लाइन और लूप लाइनों के साथ कम से कम 20 स्थानों पर रेल रोका के जरिये परिचालन को जाम किया जाएगा। रेल रोको कार्यक्रम की अवधि किसानों की भीड़ पर निर्भर करेगी। अगर प्रदर्शनकारी कम होंगे, तो दो घंटे में रेल परिचालन सामान्य हो जाएगा। सिन्हा ने दावा किया कि मुख्यधारा के राजनीतिक दलों को इस शर्त पर रेल रोको कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है कि वे अपने बैनर और झंडे का इस्तेमाल नहीं करेंगे।