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JAC Topper 2022: हजारीबाग की प्रिया इंटर साइंस में स्टेट टापर... जानिए, किस तरह पढ़ाई कर बनाया मुकाम

JAC Jharkhand 10th 12th Result 2022 झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से जारी इंटर साइंस परिणाम में हजारीबाग की प्रिया कुमारी स्टेट टापर बनी हैं। उन्होंने शानदार अंक लाकर सबको पीछे छोड़ दिया है। बेहद गरीब परिवार से आने वाली प्रिया अब डाक्टर बनकर सपना पूरा करना चाहती हैं।

By M EkhlaqueEdited By: Updated: Tue, 21 Jun 2022 06:48 PM (IST)
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JAC Topper 2022: हजारीबाग की प्रिया इंटर साइंस में स्टेट टापर... जानिए, किस तरह पढ़ाई कर बनाया मुकाम

हजारीबाग, जागरण संवाददाता। Jharkhand Board Inter Science Topper झारखंड के हजारीबाग जिले की बेटी प्रिया कुमारी इंटर साइंस की परीक्षा में पूरे राज्य में अव्वल रही है। आनंद पुरी निवासी स्टेट टापर प्रिया कुमारी इंटर साइंस कालेज की छात्रा हैं। उन्होंने 500 में 489 अंक हासिल किया है। दैनिक जागरण से बातचीत में प्रिया कुमारी ने बताया कि पिता भुवनेश्वर नारायण के शब्दों ने उसे टापर बना दिया है। पिताजी पढ़ाई करने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहे। पिता कहते थे कि अभी जीतना संघर्ष करोगी, आगे जीवन की राह उतनी ही आसान होगी।

डाक्टर बनकर पूरा करूंगी पिता का सपना

प्रिया ने कहा कि वह जब भी पढ़ने बैठती पिताजी के इन शब्दों को ही याद रखती थी। लेकिन, अभी मंजिल नहीं मिली है। मुझे डाक्टर बनना है। इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। अब डाक्टर बनकर पिता जी के सपने को साकार करना है। इसके लिए वह मन लगाकर पढ़ाई करेंगी। किसी सूरत में मेडिकल परीक्षा पास करना है। एक बढ़िया डाक्टर बनकर समाज की सेवा करनी है।

कोविड काल में भी मन लगाकर की पढ़ाई

प्रिया ने बताया कि कोविड के दौरान पढ़ाई बाधित हुई तो आनलाइन माध्यम से मदद मिली। कालेज से भी नियमित तौर पर आनलाइन कक्षाएं ली जाने लगी। नियमित तौर पर छह से सात घंटे पढ़ाई की। मोबाइल से दूरी बनाकर रखी। कोविड काल की चुनौतियों को अवसर के रूप में लिया। पूरी तरह मन पढ़ाई पर केंद्रित रखा। आज यही वजह है कि यह सफलता हाथ लगी है।

बेटी को ही तय करने दिया क्या पढ़ना है : पिता

वहीं, निजी अमीन का काम करने वाले प्रिया के पिता भुवनेश्वर नारायण ने कहा कि मुझे अपनी बेटी पर गर्व है। पढ़ाई को लेकर वह पहले से गंभीर रही है। मैट्रिक परीक्षा में भी वह स्कूल टापर रही है। पढ़ाई को लेकर हमेशा विषयों को उसे ही तय करने दिया। मां मुन्नी देवी ने बताया कि मेरी तीन बेटियां और बेटा है। हमने कभी बेटे और बेटियों में फर्क नहीं किया। आज बेटी को इस मुकाम पर देखकर बेहद खुशी हो रही है।

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