Jharkhand Education News: इस साल झारखंड में नहीं होगी ITEP की पढ़ाई, जानें क्या है इसके पीछे की वजह
इस साल झारखंड के किसी भी शिक्षण संस्थान में शिक्षक प्रशिक्षण के लिए शुरू किए गए नए चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन कोर्स की पढ़ाई नहीं हो पाएगी। इसके पीछे का कारण यह है कि इस बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जिन संस्थानों में संचालित होने वाले इस पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए नेशनल कॉमन टेस्ट आयोजित किया है उनमें झारखंड का एक भी संस्थान शामिल नहीं है।
राज्य ब्यूरो, रांची। शिक्षक प्रशिक्षण के लिए शुरू किए गए नए चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन कोर्स की पढ़ाई इस वर्ष भी झारखंड के किसी संस्थान में नहीं होगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जिन संस्थानों में संचालित होने वाले इस पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए नेशनल कामन टेस्ट आयोजित की है, उनमें एक भी संस्थान झारखंड का नहीं है।
किसी संस्थान में पाठ्यक्रम नहीं हुआ शामिल
संभवत: झारखंड के किसी भी संस्थान को इस पाठ्यक्रम के लिए मान्यता नहीं मिलने से यहां के किसी संस्थान को सम्मिलित नहीं किया जा सका। यह प्रवेश परीक्षा 12 जून को आयोजित हुई, जिसके लिए झारखंड में भी रांची, बोकारो, जमशेदपुर और धनबाद में केंद्र बनाए गए थे।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने दो वर्ष पहले ही चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम की शुरुआत की है। इसके तहत विद्यार्थी स्नातक के साथ-साथ शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी पूरा कर सकते हैं।
इतनी सीटों पर होगा नामांकन
इसमें नामांकन के लिए नेशनल कॉमन टेस्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित किया जाता है। वर्ष 2024-25 के लिए देश भर के 64 संस्थानों में कुल 6,100 सीटों पर नामांकन होना है। इस प्रवेश परीक्षा के लिए अप्रैल माह में ही आनलाइन आवेदन भरे गए थे, जबकि इसकी परीक्षा 12 जून को आयोजित की गई।
बता दें कि आइटीईपी ड्यूल बैचलर डिग्री है, जो बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकाम-बीएड कोर्स आफर करता है। इस पाठ्यक्रम की अवधारणा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से संबंधित है। शुरू में यह देश भर के बहु-विषयक केंद्र, राज्य सरकार के विश्वविद्यालयों, कालेजों और संस्थानों में पायलट मोड में शुरू किया गया है।
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