निलंबित IAS पूजा सिंघल के करीबी ने कोयला बिक्री से कमा डाले 71 करोड़ रुपये, अब ED की कैद में उगलेगा सफेदपोशों के राज
निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के करीबी कोयला कारोबारी इजहार अंसारी को ईडी ने बुधवार को विशेष अदालत में प्रस्तुत किया। ईडी ने कोर्ट से इजहार अंसारी के लिए सात दिनों की रिमांड का आग्रह किया जिसपर सुनवाई के बाद कोर्ट ने ईडी को इजहार अंसारी से छह दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी है। ईडी ने कोर्ट को सौंपे रिमांड आवेदन में इजहार की काली कमाई का खुलासा किया है।
राज्य ब्यूरो, रांची। कोल लिंकेज मामले में मनी लांड्रिंग के तहत एक दिन पहले गिरफ्तार निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के करीबी कोयला कारोबारी इजहार अंसारी उर्फ टुन्नू मल्लिक को ईडी ने बुधवार को ईडी की रांची स्थित विशेष अदालत में प्रस्तुत किया।
ईडी ने कोर्ट से इजहार अंसारी के लिए सात दिनों की रिमांड का आग्रह किया, जिसपर सुनवाई के बाद कोर्ट ने ईडी को इजहार अंसारी से छह दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी है। ईडी ने कोर्ट को सौंपे गए रिमांड आवेदन में इजहार अंसारी की काली कमाई का खुलासा किया है।
ईडी ने बताया है कि इजहार अंसारी ने अक्टूबर 2018 से मार्च 2023 के बीच रियायत दर पर कोयला लेकर खुले बाजार में उसे बेचा और इससे 71 करोड़ 32 लाख 28 हजार 759 रुपये की अवैध कमाई की। इजहार को ईडी ने कई दफा समन किया। उसने ना तो समन का जवाब दिया ना ही ईडी कार्यालय पहुंचा।
इस FIR के आधार पर दर्ज की ईसीआइआर
रामगढ़ के मांडू थाने में 20 जनवरी 2019 को ट्रक चालक सैय्यद सलमानी के विरुद्ध झारखंड पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इसी केस के आधार पर ईडी ने 12 दिसंबर 2023 को ईसीआइआर दर्ज की थी। झारखंड पुलिस ने जिस ट्रक को पकड़ा था, उसके मालिक इजहार अंसारी उर्फ टुन्नू मल्लिक थे, जो हजारीबाग के पेलावल रोड में यूबीआइ के समीप मिल्लत कालोनी में रहते थे।
उक्त ट्रक पर 19 टन कोयला लदा था, जो टोपा कोलियरी से बनारस की कोयला मंडी में ले जाया जा रहा था। पुलिस को ट्रक चालक के पास से मिले चालान के अनुसार कोयला को रामगढ़ के सांडी भरेचनगर स्थित मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज में जाना था, लेकिन इजहार के आदेश पर वह ट्रक बनारस जा रहा था।
चालान पर सीसीएल का मोनोग्राम भी था। मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज इश्तेयाक अहमद व मंजूर हसन का पार्टनरशिप फर्म है। ट्रक चालक ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि उसके ट्रक के पीछे दूसरे वाहन पर कोयला कारोबारी संजू साव, दीपक साव, मोहम्मद असलम व रिजवान भी थे, जो पुलिस को देखकर भाग निकले।
इस मामले में पुलिस ने 30 जुलाई 2020 को चार्जशीट की थी। चार्जशीट में मोहम्मद इजहार अंसारी, इश्तेयाक अहमद, संजू साव, दीपक साव, मोहम्मद असलम व राजीव आलम को पुलिस ने जालसाजी व कोयला खनन अधिनियम का दोषी पाया था।बाद में यह खुलासा हुआ कि कोयला जो मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज ने मेसर्स सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड से खरीदा था, वह गलत तरीके से ट्रक मालिक इजहार अंसारी के माध्यम से अवैध तरीके से बनारस भेजा जा रहा था। ट्रक मालिक इजहार अंसारी मेसर्स ओम कोक इंडस्ट्रीज के पार्टनर इश्तेयाक अहमद का संबंधी है। उक्त कंपनी ने सीसीएल का भी विश्वास तोड़ा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।