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'चुनाव प्रभावित कर रहे...', झारखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी और 2 IPS अधिकारियों पर JMM का गंभीर आरोप; मची खलबली

झारखंड में झामुमो ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी और दो अन्य अधिकारी चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं और भाजपा के पक्ष में आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। झामुमो ने इन अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया से अलग करने की मांग की है। भाजपा ने भी चुनाव आयोग से शिकायत की है कि झामुमो ने झूठी शिकायत की है।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 28 Oct 2024 08:08 AM (IST)
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झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी के रवि कुमार, भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी संजय आनंद लाटकर और अमोल वेनुकांत होमकर पर गंभीर आरोप लगाते केंद्रीय निर्वाचन आयोग से शिकायत की है।

पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने अपनी शिकायत में कहा है कि ये अफसर साजिश के तहत चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी का आरोप है कि इन अफसरों ने चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप की कोशिश करते हुए भाजपा के पक्ष में आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया।

सुप्रियो ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को भी इसकी जानकारी दी। झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नामांकन में प्रस्तावक बने सिदो-कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू को रविवार को कुछ लोग कार से अगवा कर किसी अज्ञात जगह पर ले जा रहे थे।

पुलिस को जानकारी हुई तो गिरिडीह में उन्हें रोका गया, लेकिन इन अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पुलिस पर दबाव डालकर पुलिस को उनलोगों को छोड़ने पर बाध्य किया। यह झामुमो के स्टार प्रचारक और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नामांकन प्रक्रिया को प्रभावित करने का षड्यंत्र है।

उन्होंने मांग की कि केंद्रीय चुनाव आयोग झारखंड के इन तीनों अधिकारियों को तत्काल चुनाव की प्रक्रिया से अलग करे। सुप्रियो ने कहा कि ये चिंतनीय एवं गंभीर है।

इस घटना के संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष एवं गहनता से जांच कर इन अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की जाए। तत्काल प्रभाव से उन्हें निर्वाचन की प्रक्रिया से अलग किया जाए।

भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने की सुगबुगाहट, निशिकांत ने किया पोस्ट

मंडल मुर्मु हूल क्रांति के नायक वीर सिदो-कान्हू के वंशज हैं। वह अभी झामुमो में हैं और बरहेट विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नामांकन पत्र में प्रस्तावक भी बने हैं। इस बीच पिछले दो-तीन दिनों से यह चर्चा तेज हुई है कि भाजपा मंडल मुर्मु को बरहेट में अपना प्रत्याशी बनाकर हेमंत सोरेन के विरुद्ध उतारना चाहती है।

रविवार को यह चर्चा भी होती रही कि मंडल मुर्मु साहिबगंज से कुछ भाजपा नेताओं के साथ रांची आ रहे हैं, जहां वह भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। इसी बीच उन्हें गिरिडीह में रास्ते में रोके जाने की खबर आई।

पुलिस ने उनके वाहन की जांच करने के बाद पूछताछ कर आगे जाने दे दिया। इस संबंध में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर पुलिस पर ही आरोप लगाए हैं और कहा है कि भाजपा कार्यालय रांची जा रहे मंडल मुर्मु को पुलिस ने हेमंत सोरेन के इशारे पर गिरिडीह में रोका।

भाजपा भी पहुंची चुनाव आयोग

झामुमो की ओर से शिकायत किए जाने के बाद रविवार शाम भाजपा का भी एक प्रतिनिधिमंडल सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय पहुंचा और चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंप कर सुप्रियो भट्टाचार्य की ओर से झूठी शिकायत करने का आरोप लगाते हुए कारवाई की मांग की।

सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कान्फ्रेंस कर जिस तरह से बिना आधार के राज्य के मुख्य चुनाव पदाधिकारी, एडीजी संजय आनंद लाटेकर और डीआइजी एवी होमकर के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए हैं वो जांच का विषय है और जांच करके चुनाव आयोग प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से सबको अवगत कराए।

अधिकारियों को टूल बनाने वाले हेमंत उनकी ही निष्ठा पर प्रश्न उठा रहे : भाजपा

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अपनी निश्चित हार को देखकर झारखंड मुक्ति मोर्चा इतनी बदहवास हो गई कि वह अब बहाने बना रही है।

हेमंत सोरेन के प्रस्तावक के कथित किडनैपिंग मामले में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पर आरोप लगाना घटिया राजनीतिक मानसिकता का परिचायक है।

अभी चुनाव प्रचार पूरे तरीके से प्रारंभ भी नहीं हुआ और झामुमो के आरोपों की झड़ी शुरू हो गई। झारखंड मुक्ति मोर्चा यह सब दबाव के राजनीति के तहत कर रही है।

आयोग निष्पक्ष तरीके से काम करने के लिए जाना जाता है। अपनी ही सरकार में ऊंचे पदों पर बैठे ईमानदार पदाधिकारी पर आरोप लगाकर अपनी विकृत सोच को दिखा रहे हैं। हेमंत सोरेन सरकारी अधिकारियों को टूल्स बनाकर काम करते रहे हैं।

जासूसी उपन्यास की तर्ज पर झामुमो हेमंत सोरेन के प्रस्तावक की किडनैपिंग की कहानी बता रही है। उसमें भी अकारण झूठ बोलकर मुख्य निर्वाची पदाधिकारी का नाम घसीटा जा रहा है। बिना तथ्य के ऐसे आरोप लगाने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा पर चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए।

हमारी पार्टी से जुड़े अगर कोई कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहे हैं तो हम अंतिम समय तक प्रयास करेंगे कि विपक्ष के एक भी वोट का बंटवारा न हो। सबका लक्ष्य झारखंड के इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकना है।

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