Jharkhand Assembly Monsoon Session: सीपी सिंह ने इरफान अंसारी को तालिबान का आदमी कहा, कांग्रेस व भाजपा विधायकों का हंगामा
झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक हंगामा कर रहे हैं। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि भाजपा के विधायक ढोंगी हिन्दू हैं और सांप्रदायिकता फैलाना चाहते हैं। स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने सीपी सिंह से पूछा जब वे विधानसभा अध्यक्ष थे तो परिसर में नमाज पढ़ने की व्यवस्था थी या नहीं।
रांची, डिजिटल डेस्क। झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक हंगामा कर रहे हैं। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि भाजपा के विधायक ढोंगी हिन्दू हैं और सांप्रदायिकता फैलाना चाहते हैं। स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने सीपी सिंह से पूछा, जब वे विधानसभा अध्यक्ष थे तो परिसर में नमाज पढ़ने की व्यवस्था थी या नहीं, भाजपा विधायक सीपी सिंह जवाब नहीं दे पाए, कहा उन्हें हिन्दू होने का गर्व है। फिलहाल भाजपा विधायक आसन के समीप आ गए हैं। नारेबाजी कर रहे हैं। नियोजन नीति रद करने की मांग कर रहे हैं। स्पीकर आग्रह कर रहे हैं कि भाजपा विधायक अपनी सीट पर चले जाएं। फिलहाल सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
2 बजे के बाद कार्यवाही शुरू होने पर भानु प्रताप ने कहा कि नियोजन नीति कब से प्रभावी होगी, सरकार इसे स्पष्ट करे। प्रदीप यादव ने कहा कि पांच साल तक पिछली सरकार ने बिहारी-बंगाली को बहाल किया है। सुदिव्य सोनू बोले कि 5 साल की पिछली सरकार ने अस्पतालों में आइसीयू बेड तक का इंतजाम नहीं कर पाई। खदान और खनिज लूटने का काम हुआ। सरकार ने उच्च शिक्षा के लिए 12 करोड़ का प्रावधान किया है। इधर, नियोजन नीति रद करने की मांग को लेकर भाजपा विधायक नारा लगा रहे हैं। केंद्र सरकार हम दो-हमारे दो का नया प्रारूप लेकर आई है। बेचने वाले भी दो गुजराती और खरीदने वाले भी दो गुजराती।
इधर, इरफान अंसारी ने कहा कि केंद्र ने रेलवे बेच दिया, कल-कारखाने बेच दिया। इरफान ने हंगामे के बावजूद बोलना जारी रखा। सीपी सिंह बोलने के लिए उठे तो भाजपा के विधायक अपनी सीटों पर बैठ गए। कांग्रेस और सत्ता पक्ष के लोग अब हंगामा कर रहे हैं। सीपी सिंह बोले कि स्वास्थ्य मंत्री को बढ़िया आचरण प्रस्तुत करने को कहा जाए। बल्ब जब फ्यूज कर जाता है, तो कोई नहीं पूछता है कि 100 वाट का था या 500 वाट का। सीपी सिंह ने बन्ना गुप्ता को टेंपो एजेंट कह कर संबोधित किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जनता तय करती है कि सदन में किसको आना है और किसको नहीं। सीपी सिंह ने अपनी बात वापस ले ली, लेकिन कांग्रेस विधायकों ने हंगामा जारी रखा। इरफान अंसारी को सीपी सिंह बोले कि ये तालिबान का आदमी है। इसके बाद कांग्रेस और भाजपा के विधायक आमने-सामने खड़े होकर हंगामा करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष बार-बार आग्रह कर रहे हैं कि सरकार का उत्तर होना है, सभी सदस्य आसन पर जाएं। इसके बाद कांग्रेस के विधायक वापस सीटों पर लौटे। रामेश्वर उरांव ने कहा कि इस देश में जब चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है, तो टेंपो एजेंट मंत्री क्यों नहीं बन सकता। सीपी सिंह की बात आपत्तिजनक है। इसके बाद सत्र बुधवार 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
बता दें कि इससे पहले झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में जयश्री राम के नारे लगाए। जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही 12. 30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। सदन में स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने भाजपा विधायकों से कहा कि वे हनुमान चालीसा को मजाक न बनाएं। हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम हैं। कहा, राजनीति के लिए हनुमान चालीसा को तिलांजलि नहीं दीजिए। करोड़ों लोग इसका सम्मान करते हैं। विधि-विधान से हनुमान चालीसा पढ़ा जाता है। नहीं जानकारी तो किसी पंडित जी से पूछ लीजिए।
सत्र के पहले दिन जहां कोरोना से मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देकर सदन को स्थगित कर दिया गया था।
वहीं, दूसरे दिन का सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया था। आज सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर भाजपा विधायक शशिभूषण मेहता सहिया (आशा कार्यकर्ता) तथा जलसहिया के शीघ्र मानदेय भुगतान को लेकर विधानसभा परिसर में धरने पर बैठ गए। वहीं, निरसा के बारबेंडिया पुल के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर भाजपा विधायक अपर्णा सेन भी धरने पर बैठीं।
इधर, भाजपा विधायकों के विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि उनके पासकोई मुद्दा ही नहीं है। लोकतंत्र के मंदिर में जनता के सवाल ऊठने की बजाय हनुमान चालीसा पढ़ रहे हैं। फिलहाल विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। भाजपा विधायक जयश्री राम का नारा लगा रहे थे। इस पर स्पीकर नाराज हो गए। स्पीकर ने कहा आसान कोई फुटपाथ नहीं है।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हो गई है। विधायक सरयू राय के सवाल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साल 2016 में झारखंड राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम के आयोजन में हुई अनियमितता पर एसीबी या विशेष समिति से जांच पर विचार का आश्वासन दिया है। बता दें कि इस कार्यक्रम में गायिका सुनिधि चौहान को बुलाया गया था, जिसपर 44.27 लाख रुपये खर्च हुए थे। सुनिधि चौहान के कार्यक्रम के लिए मनोनयन के आधार पर एजेंसी का चयन किया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के वरीय आप्त सचिव के माध्यम से एजेंसी का भाव पत्र प्राप्त हुआ था।