Jharkhand Assembly: 6 जनवरी से विधानसभा का विशेष सत्र, खरमास बाद मंत्रिमंडल का विस्तार
Jhakhand Assembly विधानसभा की पहली बैठक 6 जनवरी से 8 जनवरी 2020 तक होगी। प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी विधायकों को शपथ दिलाएंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jhakhand Assembly मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन की दूसरी पारी का आगाज रविवार को मोरहाबादी मैदान में शानदार अंदाज में हुआ। यहां देश की तमाम विपक्षी पार्टियां समारोह की गवाह बनीं। वहीं, दूसरी ओर सरकार में शामिल दलों के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी रही। हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के दो मंत्रियों रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम के अलावा राजद कोटे से मंत्री बने सत्यानंद भोक्ता के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह के कुछ ही देर बाद हेमंत सरकार ने कैबिनेट की पहली बैठक में चुनावी वादों को पूरा करने की कवायद शुरू कर दी। इसी के तहत सरकारी नौकरियों में रिक्तियों को समाप्त करने, सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन का विरोध करने पर दर्ज मुकदमों और पत्थलगढ़ी के क्रम में दायर मामलों को वापस लेने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही कैबिनेट ने 6 से 8 जनवरी 2020 तक विधानसभा का पहला सत्र लाने का निर्णय लिया। इसके साथ ही कैबिनेट ने तीन फैसले और अन्यान्य के तहत सात मामलों पर विचार कर सभी प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की।
छह से आठ जनवरी तक विस सत्र, छह को विधायक लेंगे शपथ
विधानसभा का सत्र छह से आठ जनवरी तक होगा। छह जनवरी को सभी विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। सात जनवरी को राज्यपाल का अभिभाषण होगा। विस सत्र में द्वितीय अनुपूरक बजट भी पेश होगा।
स्टीफन मरांडी होंगे प्रोटेम स्पीकर, सात को स्पीकर का चयन
झामुमो के वरिष्ठ नेता सह विधायक स्टीफन मरांडी प्रोटेम स्पीकर होंगे। वहीं, सात जनवरी को विधानसभा में स्पीकर का चयन किया जाएगा।
खरमास बाद मंत्रिमंडल का विस्तार
मुख्यमंत्री की ओर से राजभवन को तीन मंत्रियों को शपथ दिलाने के लिए सूची भेजी गई थी। समझा जा रहा है कि खरमास के बाद हेमंत मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, जिसमें सभी नामों पर फैसला होगा। फिलहाल कांग्रेस से पांच, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से छह और राजद से एक को मंत्रिमंडल में शामिल करने के फॉर्मूले पर महागठबंधन में सहमति बनी है। झामुमो विधानसभा अध्यक्ष का संवैधानिक पद भी अपने पास रखेगा।
हेमंत कैबिनेट के अहम फैसले
- सीएनटी, एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ आंदोलन और पत्थलगढ़ी करने वालों पर हुए मुकदमे वापस होंगे
- झारखंड राज्य का लोगो संशोधित होगा। आम लोगों से लेकर संगठनों तक से प्रस्ताव आमंत्रित
- उपायुक्तों को प्रखंड और पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर सभी प्रकार के लंबित भुगतान पूर्ण कराने का निर्देश
- सभी उपायुक्तों को गरीबों के लिए प्राथमिकता के आधार पर कंबल और ऊनी टोपी मुहैया कराने का निर्देश
- ठंड से बचाव के लिए चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे उपायुक्त और नगर आयुक्त
- महिलाओं और अव्यस्कों के खिलाफ हो रहे यौन अपराध के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट और आवश्यकता के अनुसार न्यायिक पदाधिकारियों के पद सृजित होंगे।
तीन मंत्रियों के साथ सीएम हेमंत सोरेन ने ली शपथ
इसके पूर्व झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली। भव्य आयोजन में विपक्ष ने पूरे देश के सामने अपनी शक्ति और एकजुटता का संदेश दिया। इस दौरान मंच पर देश के तमाम दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।
कई नामी हस्तियां पहुंचीं
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बिहार के पूर्व मंत्री जीतनराम मांझी, डीएमके नेता एमके स्टालिन, कनीमोझी, टीआर बालू, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव, सीपीआइएम के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी, असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह, बिहार के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व मंत्री सरयू राय, वामपंथी नेता डी.राजा, अतुल अंजान समेत विपक्षी दलों के कद्दावर नेता एक साथ मंच पर नजर आए।