Jharkhand Cabinet: पितृपक्ष के बाद कैबिनेट विस्तार संभावित, रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश बनेंगे मंत्री!
हेमंत सोरेन घाटशिला उपचुनाव में दिवंगत रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन को मंत्री बनाकर उतारने की तैयारी में हैं। यह रणनीति पहले भी सफल रही है जैसे हाजी हुसैन अंसारी और जगरनाथ महतो के निधन के बाद उनके परिजनों को मंत्री बनाकर उपचुनाव में उतारा गया था। घाटशिला में उपचुनाव की तैयारी चल रही है और सोमेश को मंत्री बनाकर उतारने से पार्टी को समर्थन मिलने की उम्मीद है।

प्रदीप सिंह, रांची। राज्य की राजनीति में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधानसभा उपचुनाव का अपना पुराना सफल फॉर्मूला एक दफा फिर आजमाने की तैयारी में हैं। इस निमित्त पितृपक्ष के बाद कैबिनेट विस्तार में दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन को मंत्री पद देकर घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में उतारने की योजना है।
उल्लेखनीय है कि ऐसी रणनीति हेमंत सोरेन के लिए पहले भी सफल साबित हुई है। सबसे पहले 2019 में मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद उनके पुत्र हफीजुल हसन को मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने से पहले मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।
हफीजुल ने उपचुनाव जीतकर विधायक बनने के साथ ही कैबिनेट में अपनी जगह मजबूत की। इसी तरह पूर्व मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद उनकी पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाकर डुमरी विधानसभा उपचुनाव में उतारा गया। बेबी देवी ने भी यह चुनाव जीता और विधानसभा में अपनी सीट बरकरार रखी।
घाटशिला में रामदास सोरेन के निधन के बाद सोमेश को लाल बत्ती देकर मैदान में उतारना हेमंत सोरेन के इसी पुराने फॉर्मूले का हिस्सा है। रामदास सोरेन के निधन से घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की नौबत आई है। हालांकि, घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक हलचल तेज हैं।
माना जा रहा है कि यह बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान होगा, जो इस वर्ष के अंत या 2026 की शुरुआत में संभावित है। हेमंत सोरेन सरकार इस उपचुनाव को काफी गंभीरता से ले रही है।
घाटशिला पूर्वी सिंहभूम जिले में झामुमो का मजबूत जनाधार वाला क्षेत्र है। रामदास सोरेन ने यहां से 2024 के विधानसभा चुनाव में भारी मतों से पूर्व सीएम चंपई सोरेन के पुत्र को हराकर जीत हासिल की थी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले परिजन
मंगलवार को रामदास सोरेन के परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की। बताया जाता है कि इस दौरान उपचुनाव की तैयारी और सोमेश सोरेन को मंत्री बनाकर उम्मीदवार के तौर पर उतारने के संदेश दिए गए। सोमेश सोरेन को पार्टी ने पहले से ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं। उपचुनाव में सोमेश को मंत्री बनाकर उतारने से पार्टी को वोटरों का भारी समर्थन मिलने की उम्मीद है।
सोमेश सोरेन को मंत्री पद देकर कैबिनेट में जगह मिलेगी, लेकिन फिलहाल उन्हें कौन सा विभाग मिलेगा, यह तय नहीं है। सोमेश की नियुक्ति न केवल उपचुनाव के लिए रणनीतिक है बल्कि झामुमो की पीढ़ीगत नेतृत्व परंपरा को भी मजबूत करेगी।
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