Jharkhand Crime: तस्करों के खिलाफ ATS का एक्शन, 5 किलो अफीम के साथ तीन गिरफ्तार; कई जिलों में फैला नेटवर्क
झारखंड के खुंटी में एटीएस ने अफीम तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान एटीएस की टीम ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पांच किलो अफीम दो बाइक और करीब 33 हजार रुपये कैश बरामद किया गया है। पुलिस गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ में जुटी हुई है। तीनों अलग-अलग जिले के रहने वाला है।
राज्य ब्यूरो, रांची: झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने खूंटी में पांच किलोग्राम अफीम के साथ तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इन संदिग्धों में राम सिंह मुंडा, वीरेंद्र दांगी व राजकुमार साव शामिल हैं।
राम सिंह मुंडा खूंटी जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र के हाकाडुआ स्थित कुरकुट्टा का रहने वाला है। वहीं, वीरेंद्र दांगी चतरा जिले के पत्थलगड्डा थाना क्षेत्र के बेलहर व राजकुमार साव उर्फ छोटू रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के ओबरिया रोड हटिया का रहने वाला है।
इन लोगों के पास से 5.08 किलोग्राम अफीम, 32 हजार 500 रुपये नकद, तीन मोबाइल व दो मोटरसाइकिल की बरामद हुई है। एटीएस थाने में एनडीपीएस एक्ट के प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस मुख्यालय से आदेश के बाद कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय ने संगठित आपराधिक गिरोह के विरुद्ध ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। साथ ही इन गिरोहों के फंडिंग, आर्थिक सोर्स, हवाला चैनल व इनसे अर्जित संपत्ति का पता लगाने को कहा गया था।
वहीं, मादक पदार्थों के अवैध व्यापार व इसमें शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एटीएस को निर्देश दिया था। उसी निर्देश के तहत एटीएस ने यह कार्रवाई की है।
एटीएस को सूचना मिली कि खूंटी क्षेत्र में अंतरराज्यीय मादक द्रव्य तस्कर अफीम की खरीद-बिक्री करने वाले हैं। इसी सूचना पर एटीएस ने 27 सितंबर को खूंटी-मुरहू रोड स्थित एमएस माईल इंडियन आयल पेट्रोल पंप के पास तीनों संदिग्धों को अफीम की खरीद-बिक्री करते पकड़ा।
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आरोपियों का रहा है आपराधिक इतिहास
जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों का आपराधिक इतिहास रहा है। चतरा के पत्थलगड्डा थाना क्षेत्र के बेलहर का रहने वाला वीरेंद्र दांगी पूर्व में मादक द्रव्यों की तस्करी मामले में दस सालों का सजायाफ्ता भी रह चुका है।
ये झारखंड से पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं पंजाब राज्य में भी सप्लाई करते हैं। इन सभी आरोपियों ने अंतरराज्यीय तस्करी गिरोह से भी संबंध होने की बात स्वीकारी है। इस रैकेट में कई अंतरराज्यीय वित्तीय लेन-देन की भी जानकारी एटीएस को मिली है।
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