Jharkhand Election 2024: अनुसूचित जनजातियों की घटती आबादी को लेकर राजनाथ सिंह ने कांग्रेस और झामुमो से मांगा जवाब
झारखंड में एक के बाद एक दिग्गज नेता लगातार जनसभाओं में अपनी पार्टी के उम्मीवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खूंटी में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और झामुमो पर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने कांग्रस अध्यक्ष से जातीय जनगणना के ब्लू प्रिंट की भी मांग की जिससे देश में इस पर बहस हो सके।
जागरण संवाददाता, खूंटी। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को खूंटी के कचहरी मैदान में खूंटी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी नीलकंठ सिंह मुंडा के समर्थन में आयोजित जन आशीर्वाद सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और झामुमो से अनुसूचित जनजातियों की संख्या घटने को लेकर जवाब मांगा। साथ ही घुसपैठियों से जमीन वापस लेने के लिए कानून बनाने की भी बात की।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आदिवासियों के हित की बात करने वाली कांग्रेस और झामुमो को इस बात का जवाब देना चाहिए कि 1951 की जनगणना के अनुसार झारखंड में अनुसूचित जनजातियों की संख्या 51 फीसदी से घटकर वर्तमान में 28 फीसदी कैसे हो गई।
उन्होंने कहा कि घुसपैठियों से जमीन वापस लेने के लिए सरकार जल्द ही नया कानून बनाएगी। उन्होंने कहा कि झारखंड की खुशहाली और समृद्धि के लिए भाजपा ने जो भी घोषणाएं और वादे किए हैं उन सभी घोषणाओं और हर एक वादे को पार्टी द्वारा पूरा किया जाएगा।
भाजपा की कथनी और करनी एक
भाजपा की कथनी और करनी में अंतर नहीं है। जनसंघ काल के समय 1951 से पार्टी ने जो भी घोषणाएं की हैं, उन सभी घोषणाओं का पूरी तरह से अनुपालन किया गया है। दूसरी ओर कांग्रेस, झामुमो, राजद आदि इंडी गठबंधन के लोगों ने कभी भी अपने वादों को पूरा नहीं किया है।
कांग्रेस और उनके समर्थक दल हमेशा से जनता की आंखों में धूल झोंककर उनका समर्थन हासिल करने का प्रयास करते हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता इन दिनों जातीय जनगणना का राग अलाप रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि 50 वर्षों तक देश में शासन करने वाली कांग्रेस ने जातीय जनगणना कराने और जाति के आधार पर लोगों को आरक्षण की सुविधा मिले इसकी चिंता उन्होंने तब क्यों नहीं कि जब वे शासन में थे।
- राजनाथ सिंह ने कहा कि वर्ष 2011 में हुए सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना के अनुसार देश में 46 लाख जातियां है।
- इनमें एससी में 12 सौ से अधिक, अनुसचित जनजाति में 750 से अधिक और ओबीसी में लगभग 2500 जातियां हैं।
- कांग्रेस अध्यक्ष को देश के सामने यह बात रखनी चाहिए कि हजारों की संख्या वाले इन जातियों, उपजातियों और गोत्रों को आप कैसे आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएंगे।
- किस जाति को कितना आरक्षण का लाभ मिलेगा।
- हजारों की संख्या वाले इन जातियों के कल्याण के लिए आपके पास क्या रूपरेखा है, क्या ब्लूप्रिंट है।
कांग्रेस अध्यक्ष को ये बात देश क सामने रखनी चाहिए, जिससे इस पर खुली बहस हो सके। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि जाति का पिटारा खोलकर कांग्रेस किसका भला करना चाहती है। इसी प्रकार संविधान समाप्त करने की बात पर झूठ फैलाने वाली कांग्रेस ने ही संविधान में सबसे बड़ा 42 वां संशोधन किया।
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