प्लास्टिक इंजीनियरिंग में रुचि है तो हो जाइए तैयार, 1000 नौजवानों को तलाश रही झारखंड सरकार
सरकार की ओर से नगरीय प्रशासन निदेशालय और सिपेट के बीच ट्रेनिंग का करार हो गया है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत यह प्रशिक्षण मुफ्त मिलेगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। नगर विकास एवं आवास विभाग प्लास्टिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भविष्य की तलाश कर रहे शहरी युवाओं को विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाएगा। चालू वित्तीय वर्ष में ऐसे 1000 युवाओं को मुफ्त में प्रशिक्षण दिया जाएगा। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत चलाए जाने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए बुधवार को नगरीय प्रशासन निदेशालय और सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग (सिपेट) के बीच एमओयू हुआ।
निदेशक, नगरीय प्रशासन आशीष सिंहमार तथा सिपेट, रांची के निदेशक अनिल कुमार सिंह ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। करार के मुताबिक प्रशिक्षण के लिए पूरे राज्य से चुने गए युवाओं को हेहल स्थित सिपेट के कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण मिलेगा।
युवाओं के चयन के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग मानक निर्धारित करेगा। इन मानकों पर खरा उतरने वाले युवाओं को प्लास्टिक इंजीनियरिंग से जुड़े विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। युवाओं का चयन स्थानीय शहरी निकाय स्तर पर होगा। मौके पर सहायक निदेशक मेघना रूबी, राज्य मिशन प्रबंधक कुमार बी, मणिकांत, सत्यवान सोरेन आदि मौजूद थे।