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झारखंड के सरकारी स्कूलों का निरीक्षण, अधिकारी देखेंगे कि शिक्षक की आवाज बच्चों को स्पष्ट सुनाई पड़ती है नहीं

Jharkhand News झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण में देखेंगे कि शिक्षक की आवाज बच्चों को स्पष्ट सुनाई पड़ती है या नहीं। अधिकारियों द्वारा प्रतिमाह निरीक्षण किए जानेवाले स्कूलों की संख्या तय की गई है।

By Jagran NewsEdited By: Sanjay KumarUpdated: Fri, 11 Nov 2022 12:02 PM (IST)
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Jharkhand News: झारखंड के सरकारी स्कूलों का निरीक्षण।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के. रविकुमार का जोर स्कूलों के नियमित रूप से निरीक्षण का है। इसे लेकर उन्होंने गुरुवार को स्कूलों के निरीक्षण को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए। इसके तहत अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण के क्रम में यह भी देखेंगे कि शिक्षकों की आवाज स्पष्ट है या नहीं तथा उनकी आवाज सभी बच्चों को सुनाई पड़ती है या नहीं। अधिकारी यह भी देखेंगे कि स्कूलों में घंटी बजती है या नहीं तथा शिक्षक पाठ्य योजना के अनुसार बच्चों को पढ़ाते हैं या नहीं। हाल ही में सचिव ने रांची के स्कूलों के निरीक्षण में पाया था कि स्कूलों में घंटी नहीं बजाती तथा शिक्षक पाठ्य योजना के अनुसार बच्चों को नहीं पढ़ाते।

स्कूल सही ढंग से संचालित हो, यह जरूरी: सचिव

सचिव ने दिशा-निर्देश में कहा है कि यह आवश्यक है कि स्कूल सही ढंग से संचालित हो, शिक्षक एवं छात्र ससमय स्कूल आएं तथा पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से चले। इसके लिए प्रखंड, अनुमंडल, जिला तथा प्रमंडल स्तर पर कार्यरत शिक्षा सेवा/अवर शिक्षा सेवा के पदाधिकारियों द्वारा स्कूलों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रतिमाह अधिकारियों द्वारा स्कूलों के निरीक्षण की संख्या भी तय कर दी है।

गुणवत्त शिक्षा निरीक्षण प्रतिवेदन प्रपत्र तैयार

स्कूलों के निरीक्षण के लिए "गुणवत्त शिक्षा निरीक्षण प्रतिवेदन प्रपत्र" भी तैयार किया गया है, जिसके आधार पर ही रिपोर्ट तैयार की जाएगी। निरीक्षी पदाधिकारी स्कूल के निरीक्षण के बाद स्कूलों को अपनी अनुशंसाओं को क्रियान्वित करने हेतु एक माह का समय देते हुए अपेक्षित सुधार हेतु निर्देश देंगे। एक माह बाद दोबारा उस स्कूल का निरीक्षण कर देखेंगे कि कितना सुधार हुआ। दो माह बाद उसकी पुष्टि भी की जाएगी।

मुख्यालय को भेजना है निरीक्षण का ब्योरा

एक निरीक्षी पदाधिकारी द्वारा किसी स्कूल का निरीक्षण किए जाने की स्थिति में अन्य पदाधिकारी उक्त स्कूल का निरीक्षण नहीं करेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने अधीनस्थ शिक्षा/ अवर शिक्षा सेवा के पदाधिकारियों द्वारा किए जा रहे निरीक्षण, अनुपालन निरीक्षण एवं पुष्टिकरण निरीक्षण का व्यक्तिवार ब्यौरा तैयार कर मुख्यालय को भेजेंगे।

कौन अधिकारी प्रतिमाह कितने स्कूल का करेंगे निरीक्षण

  • क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक : 10 स्कूल
  • जिला शिक्षा पदाधिकारी : 07 स्कूल
  • जिला शिक्षा अधीक्षक : 07 स्कूल
  • अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी : 10 स्कूल
  • क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी : 10 स्कूल
  • प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी : 15 स्कूल