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Jharkhand: टनल हादसे में रेस्क्यू श्रमिकों के लिए आर्थिक मदद का एलान, एक करोड़ से अधिक रुपये की योजनाओं से जोड़ेगी सरकार

झारखंड सरकार उत्तराखंड टनल हादसे में रेस्क्यू किए गए श्रमिकों को एक करोड़ 11 लाख से अधिक राशि की विभिन्न योजनाओं से जोड़ेगी। रेस्क्यू किए गए श्रमिकों से कहा कि श्रमिकों के साथ राज्य सरकार है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपस्थित श्रमिकों को एक करोड़ 11 लाख रुपए से अधिक राशि की विभिन्न योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया है।

By Pradeep singhEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sat, 02 Dec 2023 12:03 AM (IST)
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सिलक्यारा टनल हादसे से रेस्क्यू किए गए झारखंड के श्रमिकों से मुलाकात करते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन। (जागरण फोटो)

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड सरकार उत्तराखंड टनल हादसे में रेस्क्यू किए गए श्रमिकों को एक करोड़ 11 लाख से अधिक राशि की विभिन्न योजनाओं से जोड़ेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शुक्रवार को सिल्कयारा में निर्माणाधीन टनल हादसे से रेस्क्यू किए गए राज्य के 15 श्रमिकों और उनके परिजनों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के श्रमिकों और उनके परिजनों को एयरलिफ्ट कराकर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट लाया गया।

हादसे में रेस्क्यू किए गए श्रमिकों के नाम

रांची आने वाले श्रमिकों में गिरिडीह के विश्वजीत कुमार वर्मा, सुबोध कुमार वर्मा, रांची के अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया, सुकराम बेदिया (रांची), पूर्वी सिंहभूम के टिंकू सरदार, गुणधार नायक, रंजीत लोहार, रविंद्र नायक, समीर नायक, भुक्तु मुर्मू (पूर्वी सिंहभूम), पश्चिमी सिंहभूम के महादेव नायक और खूंटी के चमरा उरांव, विजय होरो व गणपति होरो शामिल हैं।

CM ने समन्वय के लिए भेजी थी अधिकारियों की टीम

उल्लेखनीय है हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर वरीय अधिकारियों की टीम उत्तराखंड रवाना हुई थी। टीम ने लगातार वहां कैंप कर समन्वय बनाए रखा। इसके साथ, अधिकारियों की टीम ने फंसे श्रमिकों के परिजनों का भी हौसला बढ़ाया।

सीएम बोले- प्रवासी मजदूरों की करेंगे हरसंभव मदद

मुख्यमंत्री ने मुलाकात करने पहुंचे सभी श्रमिकों से कहा कि श्रमिकों के साथ राज्य सरकार है। सरकार ने श्रमिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए कई योजनाओं को शुरू किया है। जल्द देश के लगभग एक दर्जन राज्यों से एक इकरारनामा करने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। इकरारनामा के तहत प्रवासी मजदूरों को सरकार हरसंभव मदद कर सकेगी।

लोगों को हुनरमंद बनाने के लिए सरकार काम कर रही है। विगत कुछ महीनों में ही युवाओं को हुनरमंद बनाकर कई निजी क्षेत्रों में हजारों नौकरियां दी गई है। सरकार सरकारी नौकरियों के तहत भी नियुक्तियां कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आप श्रमिक भाइयों के टनल हादसे में फंसने की सूचना मिली, तब आपके परिजनों के साथ-साथ पूरे राज्य वासियों के लिए भी काफी चिंता और डरावना का समय रहा। सभी लोग सकुशल वापसी की प्रार्थना कर रहे थे।

राज्य सरकार ने आपके सकुशल घर वापसी के लिए अधिकारियों की टीम को उत्तराखंड भेजा, ताकि अधिक से अधिक राहत पहुंचाई जा सके। पदाधिकारी दिन-रात लगे रहे। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के साहस, धैर्य और बहादुरी की भी सराहना की।

श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के निर्देश

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपस्थित श्रमिकों को एक करोड़ 11 लाख रुपए से अधिक राशि की विभिन्न योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को अबुआ आवास योजना, पेंशन योजना, आयुष्मान कार्ड, कृषि यंत्र, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मनरेगा जाब कार्ड, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, पशुशेड योजना, ग्राम गाड़ी योजना समेत अन्य योजनाओं से आच्छादित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।

मुख्यमंत्री ने श्रमिकों से कहा कि कहा कि वे स्वयं आपके रोजगार और दिए जाने वाले योजनाओं की मानिटरिंग करेंगे। मुख्यमंत्री ने सभी श्रमिकों को अंग वस्त्र और शाल भेंटकर अपनी ओर से शुभकामनाएं दीं।

मंत्री-अधिकारी थे उपस्थित

इस अवसर पर श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बगोदर के विधायक विनोद सिंह, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव राजेश शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।