Move to Jagran APP

Ranchi Sadar Hospital का पुराना भवन नहीं टूटेगा, संरक्षित करेगी हेमंत सरकार; क्या होगी नई व्यवस्था?

Ranchi Sadar Hospital रांची सदर अस्पताल का पूर्व में नए भवन बनने के बाद पुराने भवन को तोड़ने का निर्णय लिया गया था। लेकिन अब पुराना भवन नहीं टूटेगा। झारखंड सरकार ने इसे संरक्षित तथा विकसित करने का निर्णय लिया है।

By Jagran NewsEdited By: Sanjay KumarUpdated: Mon, 07 Nov 2022 07:17 AM (IST)
Hero Image
Ranchi Sadar Hospital: रांची सदर अस्पताल का पुराना भवन नहीं टूटेगा।

रांची, राज्य ब्यूरो। Ranchi Sadar Hospital रांची सदर अस्पताल का पुराना भवन नहीं टूटेगा। झारखंड सरकार ने यह निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने इसे संरक्षित तथा विकसित करने का निर्णय लिया है। इसपर 3.14 करोड़ रुपये खर्च होंगे। स्वास्थ्य विभाग ने इसपर अपनी प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। पुराने भवन के सरंक्षण को लेकर झारखंड भवन निर्माण कारपोरेशन ने डीपीआर तैयार की है। रांची सदर अस्पताल के नए भवन का निर्माण 354 करोड़ की लागत से हुआ है। इसमें 500 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू किया जाना है। हालांकि इसे अभी पूरी तरह हैंडओवर नहीं किया जा सका है।

योजना का क्रियान्वयन चालू वित्तीय वर्ष में होगा

इधर, पूर्व में पुराने भवन को तोड़ने का निर्णय लिया गया था लेकिन अब राज्य सरकार ने इसे संरक्षित तथा विकसित करने का निर्णय लिया है। इस भवन का अपना पोर्टिको नहीं है। इस योजना के तहत पोर्टिको का भी निर्माण कराया जाएगा। पुराने भवन के संरक्षण के साथ-साथ इसका उपयोग स्वास्थ्य विभाग के अधीन ही अन्य कार्यों में लिया जा सकेगा। पुराने भवन के संरक्षण का कार्य रांची सिविल सर्जन की देखरेख में होगा जो अपनी रिपोर्ट समय-समय पर रांची उपायुक्त को देंगे।

योजना का क्रियान्वयन झारखंड भवन निर्माण कारपोरेशन द्वारा खुली निविदा के आधार पर चालू वित्तीय वर्ष में ही कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव इसके नियंत्री पदाधिकारी होंगे।

नवनिर्मित भवन के शेष हिस्से में 300 बेड पर स्वास्थ्य सेवाएं होनी है शुरू

बता दें कि सदर अस्पताल के नए भवन में 200 बेड के साथ मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट का संचालन वर्ष 2019 शुरू हो चुका है। इसमें आइसीयू, एचडीयू, एनआइसीयू और पीआइसीयू जैसी सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं। नवनिर्मित भवन के शेष हिस्से में (300 बेड पर) स्वास्थ्य सेवाएं शुरू होनी है। गठित कमेटी ने इस हिस्से को मानक के अनुरूप हैंडओवर लेने की अनुशंसा भी स्वास्थ्य विभाग को कर दी है। इसके संचालन के लिए स्किल्ड मैनपावर की आवश्यकता बताई गई है।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें